बाढ के समय तुर्की द्वारा भेजी गई सामग्री पुन: तुर्की को स्वयं के नाम से भेजी !
जिसके पास अपने देश के नागरिकों को देने के लिए कुछ नहीं है, वह दूसरों की सहायता करने का ऐसा लज्जाजनक प्रयास कदापि न करे, यही ध्यान में आता है ! पाकिस्तानियों की मानसिकता कैसी है, यही इससे पुन: स्पष्ट हुआ !