जिन्हें सिखों के प्रति प्रेम लगता है, ऐसे मुसलमान अमृतसर को चलते बनें !
इस वक्तव्य पर खालिस्तानी चुप क्यों ?
इस वक्तव्य पर खालिस्तानी चुप क्यों ?
भारत में हिन्दुओं के मंदिर गिराकर मस्जिदें बनाने का काम चल रहा है, तो पाकिस्तान में मंदिरों का प्रयोग गोदाम के रूप में किया जा रहा है ! देश-विदेशों में हो रही हिन्दुओं के मंदिरों की विडंबना रोकने के लिए सरकार क्या कदम उठाएगी ?
चीन का यही इतिहास है । इसलिए पाकिस्तान को दिए गए हथियारों में इससे हटकर और क्या होगा ? क्या पाकिस्तान में इतना साहस है कि वह चीन से इसका कारण पूछे ?
पाकिस्तान को उनके देश में जाकर इस प्रकार उन्हें लताडनेवाले जावद अख्तर का अभिनंदन ! परंतु इससे मोटी चमडी वाले पाकिस्तान पर कुछ भी परिणाम होने की संभावना नहीं है; भारत में एक तथाकथित निधर्मीवादी मुसलमान पाकिस्तान में जाकर पाकिस्तान को सुनाता है, इसकी प्रशंसा करनी ही होगी !
दिवालिया होने की कगार पर खडे पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रानिधि की शर्तें मान्य करने के लिए संसद में एक विधेयक पारित किया है ।
पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के तोरखम में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) आतंकवादी संगठन और पुलिस में मुठभेड हुई । टीटीपी ने पिछले एक महीने में पुलिस पर ३ बडे आक्रमण किए ।
ऋण के रूप में मिली यह निधि भी पाकिस्तान भारत विरोधी कार्यवाहियों में ही व्यय करेगा, इसमें कोई संदेह नहीं ! अंतर्राष्ट्रीय मुद्रानिधि को पाकिस्तान के सामने वैसा न करने की शर्त भी रखनी चाहिए !
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक कार्यक्रम में कहा कि पाकिस्तान पहले ही दिवालिया हो चुका है । हम एक दिवालिया देश में रहते हैं ।
जिसके पास अपने देश के नागरिकों को देने के लिए कुछ नहीं है, वह दूसरों की सहायता करने का ऐसा लज्जाजनक प्रयास कदापि न करे, यही ध्यान में आता है ! पाकिस्तानियों की मानसिकता कैसी है, यही इससे पुन: स्पष्ट हुआ !