ऋण देने के बदले में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रानिधि (आईएमएफ) की ओर से पाकिस्तान के सामने शर्त
म्युनिक (जर्मनी) – आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में वहां की भूखी जनता अब कंगाल होने के मार्ग पर है । इसलिए पाकिस्तान ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रानिधि से ऋण की याचना की है । इस पर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रानिधि ने पाकिस्तान के सामने कुछ शर्तें रखी हैं । इनमें कुछ ऐसी शर्तें अंतर्भूत हैं कि केवल निर्धन लोगों को ही अनुदान (सब्सिडी) दी जानी चाहिए तथा निजी क्षेत्र में अच्छी आय करनेवाले धनवान व्यक्तियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे करों का भुगतान करें ।
“What we are asking for are steps Pakistan needs to take to be able to function as a country and not to get into a dangerous place where its debt needs to be restructured,” she said.https://t.co/FU93sWUmVy
— Dawn Business (@dawn_business) February 19, 2023
पाकिस्तान में वर्तमान में पेट्रोल तथा विद्युत के मूल्य चरमसीमा पर पहुंच गए हैं तथा विदेशी मुद्रा भंडार न्यूनतम स्तर पर है ऐसा कहा जा रहा है । म्युनिक में चल रहे म्युनिक सुरक्षा सम्मेलन में सम्मिलित अंतर्राष्ट्रीय मुद्रानिधि की व्यवस्थापकीय संचालिका क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा, ‘अंतर्राष्ट्रीय मुद्रानिधि पाकिस्तान की निर्धन जनता को बचाना चाहती है । पाकिस्तान को भयानक स्थिति से बाहर निकालने हेतु कठोर कदम उठाने होंगे । इसके लिए पाकिस्तान को संपन्न पाकिस्तानी जनता को कभी अनुदान न मिलने की निश्चिति करना आवश्यक है । ऐसा करने से ही पाकिस्तान एक देश के रूप में सक्षम होकर खडा रह सकता है ।
संपादकीय भूमिकाऋण के रूप में मिली यह निधि भी पाकिस्तान भारत विरोधी कार्यवाहियों में ही व्यय करेगा, इसमें कोई संदेह नहीं ! अंतर्राष्ट्रीय मुद्रानिधि को पाकिस्तान के सामने वैसा न करने की शर्त भी रखनी चाहिए ! |