नई देहली – पाकिस्तान ने चीन से मानव रहित हथियार और मिसाइलें खरीदी थीं । उनमें से कई उपकरण टूट गए और कई महंगे और महत्त्वपूर्ण उपकरण खराब पाए गए । पाकिस्तानी सेना ने कहा, “हमें आश्चर्य है कि इतना मूल्य देकर खरीदे गए हथियार अप्रभावी हो गए ।” पाकिस्तानी सेना ने सभी शस्त्र एवं मिसाइलों को सुधार करने अथवा उन्हें बदलने की मांग की है । पाकिस्तान ने स्पष्ट किया है, ‘यदि चीन ने हमारी मांग नहीं मानी, तो हमें पश्चिमी देशों से हथियार खरीदने होंगे ।’
Pakistan's 'Made in China' weapons falters, critical equipment of UAV found broken.
Story by: Srinjoy Chowdhuryhttps://t.co/tRCNfcrnH9
— TIMES NOW (@TimesNow) February 21, 2023
१. पाकिस्तान को दिए गए इन हथियारों के देखभाल का दायित्व चीन के ‘एलीट’ नामक प्रतिष्ठान (कंपनी) का है । प्रतिष्ठान ने इन हथियारों का जब निरीक्षण किया तो अधिकतर हथियार और मिसाइल के उपकरण टूटी-फूटी स्थिति में पाए गए ।
२. एक मानव रहित हवाई वाहन का टर्बोचार्जर (ऐसा उपकरण जो इंजन की शक्ति बढाता है) टूट गया था । मानव रहित हवाई वाहनों का उपयोग यह देखने के लिए किया जाता है कि शत्रु के सैनिक और शस्त्रागार कहां है ।
३. भूतल से हवा में आक्रमण करनेवाली ‘एआर-२’ मिसाइलों का निरीक्षण किया गया, तो उनमें से कुछ अप्रभावी पाई गईं ।
वे आक्रमण करने की स्थिति में नहीं थीं ।
संपादकीय भूमिकाचीन का यही इतिहास है । इसलिए पाकिस्तान को दिए गए हथियारों में इससे हटकर और क्या होगा ? क्या पाकिस्तान में इतना साहस है कि वह चीन से इसका कारण पूछे ? |