म. गांधी ने देश के टुकडे करने के कारण ,वे ‘महात्मा’ नहीं हैं ,और वे ‘राष्ट्रपिता’ भी नहीं हो सकते’, ऐसा कहने वाले तरुण मुरारी बापू पर गुनाह प्रविष्ट !
तरूण मुरारी बापू आज भी उनकी भूमिका पर कायम हैं । तरुण मुरारी बापू ने छिंदवाडा रोड पर वीरा लॉन में श्रीमद्भागवत कथा के समय उपरोक्त विधान किए थे । इससे पहले धर्म संसद में गांधी के विरोध में कथित अपशब्दों का प्रयोग करने पर कालीचरण महाराज को हिरासत में लिया गया है