श्रीरंगपट्टणम (कर्नाटक) के अंजनेय मंदिर को तोडकर टीपू सुलतान ने जामा मस्जिद का निर्माण किया !
यदि स्वयं पुरातत्व विभाग ने यह वास्तविकता अनेक वर्षाें पूर्व ही पंजीकृत की है, तो यह धार्मिक स्थल हिन्दुओं को सौंपने में अडचन क्या है ?
यदि स्वयं पुरातत्व विभाग ने यह वास्तविकता अनेक वर्षाें पूर्व ही पंजीकृत की है, तो यह धार्मिक स्थल हिन्दुओं को सौंपने में अडचन क्या है ?
मुसलमान सदैव कानून अपने हाथ में लेने की बात क्यों करते हैं जबकि भारतीय दंड संहिता में किसी भी अपराध को दंडित करने का प्रावधान है ? इस प्रकार की घोषणाएं देना इस बात का संकेत है कि ये कट्टरपंथी भारत के संविधान का सम्मान नहीं करते । योगी आदित्यनाथ सरकार को त्वरित इनके विरुद्ध कडी कार्रवाई करनी चाहिए !
जिहादी आतंकवादी संगठनों का धर्म होता है, यही इससे स्पष्ट होता है ! अब ऐसों को अभी तक संभालनेवाले धर्मनिरपेक्षतावादी और राजनीतिक दल चुप क्यों हैं ?
पाकिस्तानी वंश के पत्रकार तहा सिद्दीकी का नूपुर शर्मा प्रकरण में मुसलमान नेताओं को आवाहन
हिन्दुओें के आस्थाकेंद्रों के विषय में ऐसे विधान करनेवालों के विरोध में भारत सरकार कब कार्यवाही करेगी ? ऐसों पर पुलिस स्वयं से अपराध प्रविष्ट कर कार्यवाही क्यों नहीं करती ? हिन्दुओं के संगठन इस विषय में निष्क्रिय क्यों हैं ?
साम्यवादियों का वास्तविक स्वरूप ! साम्यवादियों का प्रचार करना कि वे पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत रहते हैं एवं उनके लिए झगडते हैं, यह सर्वथा मिथ्या है । इस बात के पर्याप्त साक्ष्य हैं कि साम्यवादी हिंसक और भ्रष्ट होते हैं, विजयन के विरुद्ध आरोप तो बस उसमें एक और वृद्धि है !
नूपुर शर्मा प्रकरण में इस्लामी देशों में भारतीय वस्तुओं का बहिष्कार करने की मुहिम आरंभ हुई है । इसके पीछे ओमान देश के प्रमुख मुफ्ती शेख अहमद बिन हमाद अल खलीली (आयु ७९ वर्ष) का हाथ है । उन्होंने भाजपा के विरोध में ट्वीट कर मुहिम चलाई ।
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने नूपुर शर्मा के प्रकरण में पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए मत व्यक्त किया, ‘इस्लामी देशों द्वारा भारत का विरोध एवं क्षमा मांगने की मांग, उसका महत्त्व नहीं है । भारत ऐसी क्षुद्र प्रतिक्रियाओं से त्रस्त हो नहीं सकता ।’
आतंकवाद विरोधी दल ने (‘एटीएस’ ने) राज्य के कच्छ से एक पाकिस्तानी नौका से ५० किलो हेरोईन नियंत्रण में लिया । अंतरराष्ट्रीय (बाजार) हाट में इसका मूल्य २५० करोड रुपए है ।
नूपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण स्वपक्ष के नेता को निकालनेवाला समाजवादी पक्ष हिन्दुओं के देवता का अश्लाघ्य अपमान करनेवाले स्वपक्ष के एक नेता के विरोध में एक शब्द भी नहीं बोलता, यह ध्यान रखें !