इस्लामी देशों की ओर से भारत का विरोध होने के पीछे ओमान के प्रमुख धर्मगुरु का हाथ !

ओमान देश के प्रमुख मुफ्ती शेख अहमद बिन हमाद अल खलीली

नई दिल्ली – नूपुर शर्मा प्रकरण में इस्लामी देशों में भारतीय वस्तुओं का बहिष्कार करने की मुहिम आरंभ हुई है । इसके पीछे ओमान देश के प्रमुख मुफ्ती शेख अहमद बिन हमाद अल खलीली (आयु ७९ वर्ष) का हाथ है । उन्होंने भाजपा के विरोध में ट्वीट कर मुहिम चलाई । खलीली पाकिस्तान समर्थक हैं । पाकिस्तान ने उन्हें उनके देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘निशान-ए-पाकिस्तान’ दिया है । उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान की जीत होने के उपरांत तालिबान का अभिनंदन भी किया था । इसके साथ ओमान में शराब बंदी करने की मांग भी इन्होंने सरकार से की है ।

खलीली ने नूपुर शर्मा प्रकरण में कहा, ‘यह एक ऐसा प्रकरण है जिसके विरोध में इस्लामी देशों को आवाज उठानी चाहिए ।’ उनके इस आवाहन के उपरांत ही इस्लामी देशों द्वारा भारत का विरोध आरंभ हुआ और इसके उपरांत भाजपा ने नूपुर शर्मा को पार्टी से ६ वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया ।

संपादकीय भूमिका

इस्लामी देश उनके प्रमुख धर्मगुरु का सुनते हैं और उनके कहे अनुसार कृति करते हैं, तो भारत के शासनकर्ता नास्तिकतावादी, आधुनिकतावादी, कट्टरपंथी, वामपंथी, हिन्दू विरोधी प्रसारमाध्यम आदि का सुनकर हिन्दुओं के संतों को और शंकराचार्यों को झूठे आरोप के आधार पर कारागृह में डालते हैं !