अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय में ‘सिर को धड से अलग करें’, ऐसी भडकाऊ घोषणा !

  • नूपुर शर्मा प्रकरण !

  •  शर्मा को फांसी देने की मांग !

 

अलीगढ (उत्तर प्रदेश) – भाजपा से निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के कथित अपमान के विरुद्ध अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्रों ने एक विरोध प्रदर्शन के समय, पुलिस के सामने भडकाऊ घोषणाएं की । (ऐसी पुलिस से शासन को क्या लाभ, जो अपने सामने भडकाऊ घोषणाएं करने वालों को नहीं रोक सकती । ऐसे पुलिसकर्मियों पर ही कार्रवाई होनी चाहिए ! – संपादक) उन्होंने शर्मा को फांसी देने की भी मांग की । नूपुर शर्मा के विरोध में विश्वविद्यालय में छात्रों ने ही नहीं, अपितु प्राध्यापकों ने भी मोमबत्ती जुलूस निकाला ।

अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के छात्र नेता जानीब हसन ने कहा, “हम नूपुर शर्मा के वक्तव्य की निंदा करते हैं । ऐसा पहली बार नहीं हुआ है । गत कुछ समय से भारतीय संचार माध्यम और भाजपा नेता मुसलमानों को लक्ष्य कर रहे हैं । हम इसे सहन नहीं करेंगे । सामाजिक माध्यमों के विवरण के अनुसार, शर्मा के विरुद्ध आगामी ४८ घंटे में कार्रवाई की जाए, नहीं तो हम पूरे जिले में विरोध प्रदर्शन करेंगे ।” शर्मा को फांसी देने की भी मांग की गई है ।शुक्रवार की नमाज पर प्रतिबंध लगाने की मांग करनेवाले महामंडलेश्वर अन्नपूर्णा गिरि के विरुद्ध भी घोषणाएं की गईं ।

संपादकीय भूमिका

  • मुसलमान सदैव कानून अपने हाथ में लेने की बात क्यों करते हैं जबकि भारतीय दंड संहिता में किसी भी अपराध को दंडित करने का प्रावधान है ? इस प्रकार की घोषणाएं देना इस बात का संकेत है कि ये कट्टरपंथी भारत के संविधान का सम्मान नहीं करते । योगी आदित्यनाथ सरकार को त्वरित इनके विरुद्ध कडी कार्रवाई करनी चाहिए !
  • क्या अब पुलिस को यह नहीं लगता कि ऐसे भडकाऊ नारों से कानून-व्यवस्था बिगड रही है ?