सोने की तस्करी करने में केरल के मुख्यमंत्री विजयन की संलिप्तता ! – मुख्य आरोपी की साक्ष्य

विपक्ष ने मुख्यमंत्री विजयन के त्यागपत्र की मांग की !

कोच्चि (केरल) – केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, उनकी पत्नी, बेटी और दो सहयोगियों के साथ-साथ एक पूर्व मंत्री, केरल में सोने की तस्करी के एक प्रकरण में आरोपी स्वप्ना सुरेश द्वारा दिए गए साक्ष्य के अनुसार तस्करी में संलिप्त थे। इस कारण विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री विजयन के त्यागपत्र की मांग की है। स्वप्ना सुरेश संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास में कार्यरत थीं।

स्वप्ना सुरेश ने संवाददाताओं से कहा, “मैंने दंड संहिता की धारा १६४ अंतर्गत दंडाधिकारी के समक्ष साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं ।” उनके साक्ष्य में मुख्यमंत्री विजयन, उनकी पत्नी कमला, बेटी वीणा, पूर्व मुख्य सचिव नलिनी नेट्टो, विजयन के अतिरिक्त निजी सचिव सी.एम. रवींद्रन और पूर्व शिक्षा मंत्री विधायक के.टी. जलील के नाम का उल्लेख है। यह प्रकरण २०१६ में प्रारंभ हुआ था , जब विजयन ने पहली बार संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा की थी । विजयन के तत्कालीन प्रधान सचिव एम. शिवशंकर ने मुझे उनकी यात्रा की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था । अगले दिन मुझे शिवशंकर का दूरभाष आया और उन्होंने कहा ‘विजयन अपना बैग भूल गए हैं, वह बैग तुरंत भेज दिया जाए । तदनुसार मैंने बैग अमीरात कार्यालय को सौंप दिया। वहां बैग की जांच की गई तो वह नोटों से भरी थी । उसके उपरांत अमीरात के व्यापार प्रतिनिधियों के आवास से अनेक बार विजयन के आवास पर बिरयानी भेजी जाती थी । जिसमें अनेक बार धातु सदृष्य वस्तुएं होती थीं। यह सब शिवशंकर के निर्देश पर ही होता था , मैंने केंद्रीय अन्वेषण संस्था को सूचित किया है।

शिवशंकर ने कहा है कि स्वप्ना सुरेश के आरोप निराधार हैं, जबकि नलिनी नेट्टो ने टिप्पणी करने से मना कर दिया।

संपादकीय भूमिका

  • साम्यवादियों का वास्तविक स्वरूप ! साम्यवादियों का प्रचार करना कि वे पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत रहते हैं एवं उनके लिए झगडते हैं, यह सर्वथा मिथ्या है । इस बात के पर्याप्त साक्ष्य हैं कि साम्यवादी हिंसक और भ्रष्ट होते हैं, विजयन के विरुद्ध आरोप तो बस उसमें एक और वृद्धि है !
  • केरल में मुख्यमंत्री विजयन की एकाधिकारता के कारण इस संबंध में सत्य उजागर नहीं होगा । अत: इसकी जांच एक स्वतंत्र संस्था से करवाई जानी चाहिए !