‘आप गुप्तांगों की पूजा क्यों करते हैं ? आपका उससे क्या संबंध ?’

मौलवी (इस्लाम के धार्मिक नेता) इलियास शराफुद्दीन का न्यूज चैनल के चर्चासत्र में हिन्दुओं को प्रश्न

बाईं ओर मौलवी इलियास शरफुद्दीन

नई दिल्ली – आप गुप्तांगों की पूजा क्यों करते हैं ? आप ऐसा क्यों करते हैं ? वेद, गीता के विरोध में जाकर श्रीराम, श्रीकृष्ण के विरोध में जाकर आप लिंग की पूजा क्यों कर रहे हैं ? आपका लिंग से क्या लेना देना है ?, ऐसा प्रश्न ‘जी न्यूज’ नामक हिन्दी चैनल पर ज्ञानवापी के विषय में चल रहे चर्चासत्र में मौलवी इलियास शराफुद्दीन ने पूछा । प्रश्न पूछते समय वह गलत ढंग से हंस रहा था । इस चर्चासत्र में ठाकुर देवकीनंदन सहभागी हुए थे । मौलवी के विधान का वीडियो सामाजिक माध्यम पर प्रसारित हो रहा है । इस पर भाजपा के नेता तजिंदर पाल बग्गा ने उत्तर प्रदेश पुलिस से इसपर कार्यवाही करने की मांग की है ।

मौलवी इलियास ने कुछ समय पश्चात पुन: यह प्रश्न पूछते हुए कहा, ‘आप लिंग और योनि की पूजा क्यों करते हैं ? करोडों हिन्दुओं को नरक में क्यों ले जा रहे हैं ? उन्हें श्रीराम और श्रीकृष्ण के मार्ग पर चलाएं । रावण और कंस का मार्ग छोडें ।’ (जिन्हें मूर्ति पूजा अमान्य है, उन्हें मूर्ति पूजा करनेवाले हिन्दुओं के विषय में बोलने का क्या अधिकार ? इस मौलवी के विरोध में संपूर्ण भारत के हिन्दुओं को धार्मिक भावनाएं आहत करने की शिकायत कर स्वयं का धर्मकर्तव्य निभाना आवश्यक है ! – संपादक)

(सौजन्य : झीन्युज)

इसके पूर्व भी इलियास द्वारा हिन्दुओं का अपमान !

इलियास ने इस प्रकार के विधान इसके पूर्व एक अन्य समाचार चैनल पर हो रहे चर्चासत्र में किया था । इसमें उसने कहा था कि ‘हिन्दुओं को मूर्ति और गुप्तांग की पूजा करने की आदत है । हिन्दुओं के ग्रंथ में उल्लेख है कि मूर्ति पूजा करनेवालों को नरक में भेजा जाएगा । (ऐसा किस ग्रंथ में लिखा है ? हिन्दुओं में भ्रम फैलानेवालों से हिन्दुओं को वैधानिक मार्ग से उत्तर पूछना आवश्यक ! – संपादक) इस कारण हिन्दुओं को मूर्ति, लिंग की पूजा नहीं करनी चाहिए । उसने कहा था, इस प्रकार की पूजा करनेवाले बुद्धिहीन, अकल के अंधें हैं’ । साथ ही चर्चासत्र में उपस्थित एक मान्यवर को उसने गाली भी दी थी । इस कारण उसे चर्चासत्र से निकाल दिया गया था ।

संपादकीय भूमिका

  • हिन्दुओें के आस्थाकेंद्रों के विषय में ऐसे विधान करनेवालों के विरोध में भारत सरकार कब कार्यवाही करेगी ? ऐसों पर पुलिस स्वयं से अपराध प्रविष्ट कर कार्यवाही क्यों नहीं करती ? हिन्दुओं के संगठन इस विषय में निष्क्रिय क्यों हैं ?
  • ऐसे विधान करनेवाले मौलवी के विषय में इस्लामी देश चुप क्यों हैं ? मुसलमानों के आस्थाकेंद्रों का किसी ने अपमान किया, तो यह गलत और आपके धर्म बंधुओं ने हिन्दुओं के आस्थाकेंद्रों का अपमान किया, तो आप मौन रहेंगे । इस विषय में हिन्दुओं को और भारत सरकार को इन देशों से उत्तर पूछना चाहिए !