मणिपुर में हुए बम विस्फोट प्रकरण के मुख्य सूत्रधार मोहम्मद इस्लाउद्दीन खान को बंदी बनाया
मणिपुर में ईसाई और हिन्दू समाज के मध्य हिंसा के दौरान जिहादी मुसलमान इसका गलत लाभ उठा रहे हैं क्या , इसका पता लगाना चाहिए !
मणिपुर में ईसाई और हिन्दू समाज के मध्य हिंसा के दौरान जिहादी मुसलमान इसका गलत लाभ उठा रहे हैं क्या , इसका पता लगाना चाहिए !
कंटीले तार लगाने से म्यांमार से होने वाली आतंकवादियों की घुसपैठ रुकेगी ही, ऐसा नहीं कह सकते । इसके लिए सतर्क ही रहना होगा !
मुख्यमंत्री के इस वक्तव्य को लेकर अब ‘वे हिन्दू मैतेइयों का समर्थन कर रहे है’, हिन्दूद्वेषी कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी अथवा राहुल गांधी यदि ऐसा कहने लगे, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए !
अब सरकार को इस जानकारी के आधार पर इन देशों की सरकारों से आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई करने की मांग करनी चाहिए । यदि वे कार्रवाई नहीं करती हैं, तो भारत को इन देशों में जाकर स्वयं ही कार्रवाई कर मणिपुर को शांत करना होगा !
ऐसी घटनाओं से ऐसा कह सकते हैं कि राज्य की हिंसा समाप्त करने के लिए जड से उसका समाधान नहीं करने से हिंसा पुनःपुनः भडक रही है !
हिन्दू मैतेई समाज के २ लापता विद्यार्थियों की हत्या के विरोध में हिंसा चालू हुई है । राज्य के थौबल जिले में भाजपा कार्यालय को भीड ने आग लगा दी ।
मणिपुर के हिन्दू कब सुरक्षित होंगे ?
इस समय सुरक्षाबलों ने उन पर आंसू गैस के गोले छोडे । जिसमें १० से अधिक लोग घायल हुए ।
लिस ने दी जानकारी के अनुसार ३ सशस्त्र आक्रमणकारियों ने सेर्टो थांगथांग कोम के घर में घुसकर उसका अपहरण किया । उसके उपरांत उसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी ।
३ माह के उपरांत विधानसभा का सत्र बुलाया गया था । कांग्रेस के विधायक विधानसभा का सत्र ५ दिन चलाने की मांग कर रहे थे ।