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(टका का अर्थ है बांग्लादेश की मुद्रा)
ढाका (बांग्लादेश) – बांग्लादेश के खुलना में कट्टर मुसलमानों ने हिन्दुओं को धमकी दी है कि यदि वे दुर्गा पूजा करना चाहते हैं तो उन्हें ५ लाख टका (लगभग साढ़े तीन लाख रुपये) देने होंगे । रुपए न देने पर हिन्दुओं को जान से मारने की धमकी भी दी गई है।
🚨ALARMING! #DurgaPuja Under Threat in Khulna, Bangladesh#Jizyatax #SaveHindusInBangladesh
🛕Temples receive threat letters demanding Tk 5 Lakh (≈ ₹3.5 Lakh) for celebration
📌Failure to pay may result in violence, death threats
📌Many temples cancel Durga Puja festivities… pic.twitter.com/zU6M2XE4tv
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) September 23, 2024
१. खुलना जिले के कई हिन्दू मंदिरों को अज्ञातों द्वारा धमकी भरे पत्र मिले हैं । ये पत्र मंदिरों को डाक से भेजे गए हैं ।
२. पत्र में कहा गया है कि यदि आप वर्ष २०२४ में दुर्गा पूजा करना चाहते हैं, तो आपको प्रत्येक मंदिर से ५ लाख टका का भुगतान करना होगा, अन्यथा आप किसी भी तरह से पूजा नहीं कर पाएंगे । अवामी लीग के संयुक्त सचिव मेहबूब उल आलम हनीफ के साथ जो हुआ वही आपका भाग्य होगा । एक सप्ताह के अंदर सारे रुपए तैयार रखें । कालीनगर मार्केट में बताये गए स्थान पर भुगतान करें । स्थान आपको बाद में बताऊंगा ।
३. पत्र में आगे कहा गया है कि यदि आपने ये बातें प्रशासन, पत्रकार या किसी अन्य को बताईं तो आपका हाथ काट दिया जाएगा । आपके परिवार को भी नहीं छोड़ा जाएगा । अपने आस-पास के सभी मंदिरों को यह बताओ; क्योंकि हम सभी मंदिरों के नाम नहीं जानते । प्रशासन एवं सेना को बताने तथा हमें धोखा देने से काम नहीं चलेगा । हमें भुगतान करना होगा । यदि हमें भुगतान नहीं मिला तो हम तुम्हारे टुकड़े-टुकड़े कर देंगे । हम आप पर दृष्टि रख रहे हैं ।
The Jihadis have sent a letter to the Puja Mandap demanding a Jizya tax of Tk 5 lakh. Durga Puja has been threatened to stop if five lakh taka are not paid.#HindusAre pic.twitter.com/Oa70QkO97O
— Voice of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@VHindus71) September 22, 2024
४. ये पत्र ९ सितंबर २०२४ के हैं । अब इन्हें हिन्दू मंदिर एवं पूजा समिति के अध्यक्ष एवं महासचिव के पास भेजा गया है । इसे प्राप्त करने के पश्चात, खुलना के ४ अलग-अलग मंदिरों ने डकोप पुलिस स्टेशन से संपर्क किया और पत्र दिखाकर आपत्ति प्रविष्ट कराई ।
५. आपत्ति मिलने के बाद पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी सिराजुल इस्लाम ने कहा कि ‘पत्र कहां से आए?, जांच चल रही है । ‘ हम मंदिरों की सुरक्षा का प्रयास करेंगे ।’ हम सेना की टुकड़ियों के साथ नियमित वहां जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि ग्रामीण पुलिस एवं केंद्रीय पुलिस अधिकारी २४ घंटे निरीक्षण (गश्त) कर रहे हैं ।
६. एक मंदिर के महासचिव ने कहा कि पत्र मिलने के पश्चात वह इस मामले को लेकर अत्यंत चिंतित है । उन्होंने अपने क्षेत्र में लोगों की बैठक की है । लोगों की राय थी कि ‘इस वर्ष पूजा का आयोजन न करना ही अच्छा होगा’; लेकिन अंत में कुछ लोगों ने कहा कि ‘पूजा सामूहिक रूप से की जानी चाहिए ।’
७. कुछ मंदिर समितियों ने धमकी के कारण दुर्गा पूजा का आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया है, जबकि अन्य ने कहा है कि वे शांतिपूर्वक पूजा आयोजित करेंगे ।
८. दाकोप के कमरखोला सार्वजनिक दुर्गा पूजा उत्सव समिति के अध्यक्ष शेखरचंद्र गोलदार ने कहा कि चर्चा है कि इस वर्ष छोटे स्तर पर पूजा का आयोजन किया जायेगा ।
कुछ दिन पहले राष्ट्रीय हिन्दू अघाड़ी ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार से दुर्गा पूजा को लेकर सुरक्षा की मांग की थी । वहां सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी व जवानों की तैनाती की जाये, ताकि अपराधी पूजा के समय किसी तरह की अडचन नहीं हो सकें ।
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश में हिन्दुओं का नरसंहार होता रहा है, हो रहा है तथा होता रहेगा । भारत एवम विश्व भर के हिन्दुओं ने उनके लिए अब तक कुछ नहीं किया, न अब कर रहे हैं तथा न भविष्य में कुछ करेंगे, ऐसी स्थिति है ! |