Dhaka Tribune : (और इनकी सुनिए…) ‘हिन्दुओं पर होनेवाले आक्रमण धार्मिक नहीं, अपितु राजनीतिक !
यदि बांग्लादेश के प्रसारमाध्यमों के संपादक ऐसे हैं, तो हिन्दुओं पर होनेवाले आक्रमणों के विषय में सत्य तथा वस्तुनिष्ठ जानकारी विश्व के समझमें कैसे आएगी ?
यदि बांग्लादेश के प्रसारमाध्यमों के संपादक ऐसे हैं, तो हिन्दुओं पर होनेवाले आक्रमणों के विषय में सत्य तथा वस्तुनिष्ठ जानकारी विश्व के समझमें कैसे आएगी ?
इसपर कौन विश्वास करेगा ? प्रा. युनूस को पहले पीडित हिन्दुओं को क्षतपूर्ति देनी चाहिए और बाद में उनपर अनाचार करनेवालों पर र्कायवाही कर दिखानी चाहिए !
बांग्लादेश सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश शमदुद्दीन चौधरी माणिक को भारत में भागने का प्रयास करते समय, सीमा पर बंदी बना लिया गया । स्थानीय लोगों ने उन्हें पकडकर पुलिस को सौंप दिया ।
जिस प्रकार पाकिस्तान अपने देश में सभी प्रकार के संकटों के लिए भारत को दोषी मानता है, स्पष्ट है कि बांग्लादेश भी वैसा ही करेगा ! साथ ही इस बात की भी अवहेलना नहीं किया जा सकता कि भारत पर क्रोध निकालने के लिए हिन्दुओं पर अत्याचार बढेगा !
बांग्लादेश में अब तक हिन्दुओं पर अत्याचार चल ही रहे हैं !
बांग्लादेश के हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के पीछे बांग्लादेश सरकार के साथ ही धर्मांध मौलानाओं का भी हाथ है । ये मौलाना अपने भाषण में हिन्दुओं के विरुद्ध द्वेष फैला रहे हैं ।
भारत के संपूर्ण बंगाल, झारखंड एवं बिहार राज्य तथा नेपाल एवं म्यानमार देशों के कुछ क्षेत्रोंं का समावेश !
दोषियों पर केवल कार्यवाही करने से नहीं चलेगा, तो पीडित हिन्दुओं को हानि भरपाई भी देना आवश्यक है !
मुसलमानों के लिए भारत का अर्थ है ‘हिन्दू’ ! इसलिए, यह बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिन्दुओं के लिए खुली धमकी ही है !
बांग्ला देश में लौटने पर क्या शेख हसीना सुरक्षित रह पाएगी ? क्या इसकी निश्चिती अंतरिम सरकार दे पाएगी ? और क्या उस पर विश्वास करना संभव होगा ?