बांगलादेश में वर्ष २०२१ में २७३ मंदिरों पर आक्रमण, तो १५२ हिन्दुओं की हत्या !
हिन्दुओं पर १ सहस्र ८९८ बार आक्रमण
हिन्दुओं के देवताओं की २ सहस्र १३० मूर्तियों की तोडफोड
४११ हिन्दू महिलाओं पर बलात्कार
हिन्दुओं पर १ सहस्र ८९८ बार आक्रमण
हिन्दुओं के देवताओं की २ सहस्र १३० मूर्तियों की तोडफोड
४११ हिन्दू महिलाओं पर बलात्कार
इस्लामी देश में अल्पसंख्यक हिन्दुओं की स्थिति जानिए ! भारत में कभी बहुसंख्यकों की ओर से इस प्रकार की धार्मिक भावनाएं दुखाने की घटनाएं होती हैं क्या ? फिर भी हिन्दुओं को ‘तालिबानी’ कहने का प्रयास होता है और दूसरी ओर अफगानिस्तान में तालिबानियों का समर्थन भी किया जाता है !
ध्यान दें, कि पाक सेना के इस हिन्दू-द्वेषी कृत्य के संबंध में भारत का एक भी भारतीय आधुनिकतावादी एवं धर्मनिरपेक्षतावादी कभी भी बात नहीं करता है !
‘वर्ल्ड हिन्दू फेडरेशन बांग्लादेश’ शाखा की जानकारी यह है कि १३ से १७ अक्टूबर इन ५ दिनों में ३३५ मंदिरों की तोडफोड की गई । हिन्दुओं के १ सहस्र ८०० घर जलाएं गए । बांग्लादेश के कॉमिला, जानपुर, नौखाली, वडगाव बाजार, नवाबगंज, रंगपुर में सबसे अधिक आक्रमण किए गए ।
क्या धर्मनिरपेक्षतावादी और हिन्दुओं को असहिष्णु मानने वाले इसके संबंध में कुछ बोलेंगे ?
क्रिकेट शृंखला को रद्द करने की मांग
बांग्लादेश के नौआखाली में शुक्रवार की नमाज के बाद इस्कॉन के एक मंदिर पर २०० से अधिक धर्मांधों ने आक्रमण कर इस्कॉन के दो साधु निताई दास प्रभु और जतन दास प्रभु, साथ में भक्त पार्थ दास की हत्या कर दी ।
बांग्लादेश सरकार अपनी लज्जा बचाए रखने के लिए इस प्रकार का असत्य दावा कर रही है, यह बताने के लिए किसी विशेषज्ञ की आवश्यकता नहीं है । जो विश्व ने देखा है, उसे सीधे अस्वीकार करना असत्यता ही है । हिन्दुओं को लगता है, कि भारत को विश्व समिति से इसकी जांच की मांग करनी चाहिए, जिससे सत्य संसार के सामने आ जाएगा !
ऐसे व्यक्तियों को कठोर दंड मिले, इसलिए, भारत को बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाना चाहिए !
अब तक अनुमानित ६०० व्यक्तियों को बंदी बनाया गया !