Malda Hindus Attacked : मालदा (बंगाल) में धर्मांध कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं पर नृशंस आक्रमण !

  • हिन्दू दुकानों को लक्ष्य बनाया गया

  • भा.ज.पा. ने राज्यपाल को पत्र लिखकर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की तैनाती की मांग की !

मालदा (बंगाल) – मालदा जिले के मोथाबारी क्षेत्र में  धर्मांध कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा हिन्दुओं पर आक्रमण किया गया । इसके लघुचित्र सामाजिक माध्यम पर प्रसारित किये गये हैं। इसमें  धर्मांध कट्टरपंथी  मुसलमान सडकों पर उतरकर हिन्दुओं की दुकानों और घरों को लक्ष्य  बनाते दिखाई दे रहे हैं। पुलिस ने इस प्रकरण में ३४ लोगों को बंदी बनाया है। यहां अंतरजाल  सेवा वर्तमान में बंद है।

१. पुलिस ने बताया कि २६ मार्च को एक शोभायात्रा  निकाली गयी थी। वह स्थानीय परिसर की एक मस्जिद के पास से निकली । उस समय  कुछ लोगों पर मस्जिद के समीप से  पटाखे फेंकने का आरोप लगा है। उसके उपरांत  कुछ लोगों ने आपत्ति जताई।  ऐसे में ही अचानक पुलिस पर पथराव किया गया और वाहन में तोडफोड की गई। जिसके के फलस्वरूप  पुलिस ने भीड को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। उस समय  भीड ने आसपास  सार्वजनिक वाहनों और दुकानों में तोडफोड की।

२. भा.ज.पा. विधायक सुवेंदु अधिकारी, जो विपक्ष के नेता हैं, ने आक्रमण  के कुछ  लघु चलचित्र प्रकाशित किए और कहा कि मोथाबारी में हिन्दुओं की दुकानों को लक्ष्य बनाया जा रहा है। इसके साथ ही अधिकारी ने राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस को एक पत्र भी लिखा  है। इस पत्र में उन्होंने मांग की है कि राज्य सरकार को मोथाबारी क्षेत्र में हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल तैनात करने का निर्देश दिया जाए। शुभेंदु अधिकारी ने दावा किया है कि इस क्षेत्र में हिन्दुओं पर खतरा बढ रहा है और उनकी सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाए जाने की नितांत आवश्यकता है।

३. केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार ने भी घटनाओं का लघु चलचित्र साझा किया और लिखा, “मोथाबारी में भयावह दृश्य।” हिंसक भीड ने हिन्दुओं के घरों और दुकानों को नष्ट कर दिया। ममता बनर्जी और उनके पुलिस अधिकारी क्या कर रहे हैं? वे चुप हैं। उनकी लज्जास्पद   षड्यंत्रकारी राजनीति का यह परिणाम है – अराजकता, भय और हिन्दुओं के विरुद्ध अन्याय !

संपादकीय भूमिका 

बंगाल में ऐसी मांग करने की स्थान पर  भा.ज.पा. को केंद्र की भा.ज.पा. सरकार से कहना चाहिए कि वह राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार को भंग कर वहां राष्ट्रपति शासन लगाए, तभी हिन्दुओं और देश की रक्षा होगी !