बंगाल में युवती पर सामूहिक बलात्कार करनेवाले सीमा सुरक्षा दल के दो सैनिकों को बनाया बंदी !
बंगाल के उत्तर २४ परगना जिले में सीमा सुरक्षा दल के दो सैनिकों को युवती पर सामूहिक बलात्कार के आरोप के अंतर्गत बंदी बनाया गया है ।
बंगाल के उत्तर २४ परगना जिले में सीमा सुरक्षा दल के दो सैनिकों को युवती पर सामूहिक बलात्कार के आरोप के अंतर्गत बंदी बनाया गया है ।
मंत्रियों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट करने के लिए जनता को न्यायालय जाने की आवश्यकता न पडे !
पाक एवं बांग्लादेश, इन इस्लामी देशों के हिन्दुओं के संदर्भ में भारत सरकार मौन रहती है, जबकि भारत के मुसलमानों के विरोध में कुछ भी न होते हुए भी इस्लामी देश भारत से स्पष्टीकरण मांगते हैं !
इस्लामिक देशों में शरीयत कानून के अनुसार ऐसे वासनाधों को कटी (कमर) तक गढ्ढे में गाडकर, उसे पत्थरों से मार डालने का मृत्युदंड दिया जाता है । इसलिए यदि कोई इसप्रकार दंड दिए जाने की मांग करे, तो इसमें आश्चर्य कैसा ?
इस घटना से ध्यान में आता है कि, बलात्कारियों पर द्रुत गति न्यायालय में –(मुकदमा) चला कर उन्हे फांसी का दंड मिलना कितना आवश्यक है ! सरकार इस दृष्टि से कब प्रयास करेगी ?
उत्तरप्रदेश में धर्मान्तरण एवं लव जिहाद विरोधी कानून होने पर भी उसकी प्रभावी कार्यवाही होती है क्या ? निरन्तर हो रही ऐसी घटनाओं से यह प्रश्न उपस्थित होता है । ऐसे प्रकरणों के अपराधियों पर यथाशीघ्र कठोर से कठोर कार्यवाही हुए बिना ऐसी घटनाएं रुक नहीं सकती !
सरकार को ऐसे वासनांधाओं पर कार्रवाई करने के साथ इस प्रकार चलनेवाले मदरसों पर बंदी लगानी चाहिए !
लव जिहाद के बार-बार होने वाले प्रकरणों के पीछे समाज की निचले स्तर तक गई नीतिमत्ता भी जवाबदार है । इस कारण लव जिहाद विरोधी कानून बनाने के साथ ही हिन्दुओं को धर्मशिक्षा और आचारों के पालन का पाठ पढाना आवश्यक !
ऐसे वासनांधों को फांसी का दंड होने के लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए !
ऐसे कट्टर धर्मांध बलात्कारियों के लिए कोई शरिया (इस्लामी) कानून के अनुसार कडे दंड की यदि मांग करे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए !