मुसलमानों को असम पर अधिकार नहीं करने देंगे ! – मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा
विधानसभा में नागाव में हुए एक १४ वर्ष की लडकी के बलात्कार की घटना के संबंध में बोल रहे थे । उनके इस विधान के उपरांत विरोधियों ने उनकी इस टिप्पणी पर बवाल किया है ।
विधानसभा में नागाव में हुए एक १४ वर्ष की लडकी के बलात्कार की घटना के संबंध में बोल रहे थे । उनके इस विधान के उपरांत विरोधियों ने उनकी इस टिप्पणी पर बवाल किया है ।
स्वतंत्रता के ७७ साल पश्चात भी हमारे देश में बलात्कारियों को कठोर से कठोर दंड नहीं मिला है जिससे ऐसे दरिंदों को बल मिला है, यह भी उतना ही सत्य है !
यह आंकड़ा देश के लिए लज्जास्पद है। सभी दल के शासक, पुलिस, प्रशासन एवं न्यायव्यवस्था इसमें सुधार के विषय में सोच रहे हैं क्या तथा उसके अनुरूप कार्य किया जा रहा है क्या ?, ऐसा प्रश्न उठता है !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने २६ अगस्त की रात को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से दूरभाष पर वार्ता की। दोनों नेताओं ने यूक्रेन एवं बांग्लादेश की स्थिति पर चर्चा की।
रामगंज पुलिस स्टेशन के निरीक्षक अजयेंद्र पटेल ने कहा कि पीड़ित १८ वर्षीय हिन्दू लड़की द्वारा पुलिस में आपत्ति प्रविष्ट कराने के बाद यह कार्यवाही की गई ।
घटना के बाद पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन हो रहा है । इन विरोध प्रदर्शनों में सम्मिलित लोगों ने बांग्लादेशी घुसपैठिए मुसलमानों के विरोध मे मोर्चा खोल दिया है ।
एक मुस्लिम युवक ने एक हिंदू लड़की को इंस्टाग्राम पर अश्लील संदेश भेजकर परेशान किया। जब हिंदू लड़की के परिवार ने इसकी शिकायत की तो ३०० से ४०० मुसलमानों की भीड़ ने हिंदू परिवार पर हमला कर दिया ।
महिलाओं पर अत्याचार रोकने के लिए हम राज्य सरकार के साथ हैं । महिला अत्याचारोंपर दंड के लिए कठोर कानून बनाने वाले हैं । महिलाओं पर अत्याचार करने वाला अपराधी बचना नहीं चाहिए ।
धर्मांध मुसलमानों में भाजपा और हिन्दुओं के प्रति कितना द्वेष भरा है, यह इस घटना से पता चलता है ! ऐसे लोग देश के प्रति एकनिष्ठ रहकर हिन्दुओं के साथ कभी अच्छा बर्ताव कर सकेंगे ?
एक १४ वर्षीय हिन्दू बालिका के सामूहिक बलात्कार के प्रकरण में ३ नाम सामने आए थे ,जिनमें केवल तफाजुल इस्लाम इस आरोपी को बंदी बनाया गया था । पुलिस आरोपी को घटनास्थल पर ले जा रही थी, तभी उसने भागने का प्रयास किया ।