काश्मीर में आतंकवादियों द्वारा दो सिख शिक्षकों की विद्यालय में घुसकर हत्या
जब तक पाक को नष्ट नहीं किया जाता, तबतक काश्मीर में आतंकवाद नष्ट नहीं होगा और वहां हिन्दू और सिख कभी सुरक्षित नहीं रह सकते, यही वास्तविक स्थिति है, यह ध्यान में लें !
जब तक पाक को नष्ट नहीं किया जाता, तबतक काश्मीर में आतंकवाद नष्ट नहीं होगा और वहां हिन्दू और सिख कभी सुरक्षित नहीं रह सकते, यही वास्तविक स्थिति है, यह ध्यान में लें !
पिछले ३ दशकों से भारत देख रहा है कि इस तरह की फटकार का पाकिस्तान पर कोई परिणाम नहीं पड़ रहा है एवं अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी पाकिस्तान के विरुद्ध कुछ विशेष नहीं कर रहा है।
कुछ लोगों को नियंत्रण में लेकर अपने साथ ले जाया गया !
पाकिस्तान के बल पर छलांग लगानेवाले खलिस्तानी इस विषय में चुप क्यों हैं ?
ध्यान दें, पाकिस्तान को पूर्णतः नष्ट किए बिना कश्मीर में जिहादी आतंकवाद समाप्त नहीं होगा और वहां हिन्दू सुरक्षित नहीं रह पाएंगे ; यह एक वास्तविकता है !
दुराग्रही पाकिस्तान पर चूंकि इस प्रकार के शाब्दिक फटकार का कोई परिणाम नहीं होता ; इसलिए, भारत उसे शस्त्रों की भाषा में सबक सिखाए और भारत को कष्ट देने वाले आतंकवाद की समस्या को सदा के लिए समाप्त करे !
अमेरिकी संगठन को जो ज्ञात है, उसकी जानकारी संपूर्ण विश्व को और संयुक्त राष्ट्र को भी है…
कोहट जनपद के धल बेजादी क्षेत्र में, पोलियो टीकाकरण दल की सुरक्षा में तैनात पुलिस दल के एक पुलिसकर्मी की अज्ञात बंदूकधारी ने गोली मारकर हत्या कर दी ।
अफगानिस्तान में तालिबानी अर्थात जिहादी राज्य लागू हुआ है । वर्तमान काल में अफगानिस्तान का प्रत्येक घटनाक्रम भारत की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है; क्योंकि उसका सीधा परिणाम भारत पर होगा ।
तालिबान एक सुन्नी इस्लामी आंदोलन था । उसका आरंभ वर्ष १९९४ में दक्षिण अफगानिस्तान में हुआ । मूल अरबी शब्द ‘तालिब’ से ‘तालिबान’ शब्द बना है । ‘तालिब’ का अर्थ है ‘ज्ञान प्राप्त करने की अपेक्षा और इस्लामी कट्टरतावाद पर विश्वास रखनेवाला विद्यार्थी ।’
इस्लामिक स्टेट के १० सहस्र आतंकवादी रशिया में घुसपैठ करने की तैयारी में होने की जानकारी रशिया ने दी है । इन आतंकवादियों का तजाकिस्तान और उजबेकिस्तान देशों में घुसपैठ करने का षडयंत्र है, ऐसा कहा जा रहा है ।