कश्मीर में आतंकवादियों ने डेढ घंटे में दो हिन्दुओं और एक मुसलमान की हत्या की !

ध्यान दें, पाकिस्तान को पूर्णतः नष्ट किए बिना कश्मीर में जिहादी आतंकवाद समाप्त नहीं होगा और वहां हिन्दू सुरक्षित नहीं रह पाएंगे ; यह एक वास्तविकता है !– संपादक

श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) – यद्यपि यह कहा जा रहा है, कि जम्मू-कश्मीर में जिहादी आतंकवाद समाप्त हो रहा है, तथापि वहां ५ अक्टूबर को आतंकवादियों ने डेढ घंटे में ३ में से २ अलग-अलग आक्रमणों में हिन्दुओं को लक्ष्य बनाया । पहली घटना में, श्रीनगर के एक प्रसिद्ध औषधि की दुकान के स्वामी माखनलाल बिंद्रू की दुकान में घुसकर आतंकियों ने हत्या कर दी । ६८ वर्षीय बिंद्रू ने १९९० में हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों के समय भी कश्मीर नहीं छोडा था । एक अन्य घटना में, बिहार के एक हिन्दू व्यक्ति की लाल बाजार परिसर में  गोली मारकर हत्या कर दी गई। तीसरी घटना में, बांदीपोरा में एक टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष को मारा गया । आतंकवादियों ने चेतावनी दी है कि, “बाहरी लोगों को कश्मीर के स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं छीनना चाहिए ।”

१. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने हत्याओं पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “दोषियों को कठोर दंड दिया जाएगा ।” पूर्व मुख्यमंत्रियों, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती, ने भी हत्या की कठोर निंदा की।

२. आतंकवादियों ने बिहार के वीरेंद्र पासवान को अवंतीपोरा में मार गिराया । वीरेंद्र, भेलपुरी और पानी पुरी का ठेला लगाता था । उसे ठेले के पास ही मारा गया ।

३. अवंतीपोरा की घटना के कुछ क्षण बाद, स्थानीय टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष मोहम्मद शफी को आतंकवादियों ने मार डाला, जब वे पैदल  टैक्सी स्टैंड की ओर जा रहे थे ।