काश्मीर में जिहादी आतंकवादियों की ओर से एक हिन्दू की हत्या

आज ३३ वर्षों बाद भी काश्मीर हिन्दुओं के लिए असुरक्षित है, यह ध्यान दें ! यह स्थिति बदलने के लिए हिन्दू राष्ट्र का कोई पर्याय नहीं है !

कश्मीर में बीजेपी, संघ और कश्मीरी हिंदुओं को लक्ष्य बनाने का आई.एस.आई. का षड्यंत्र !

इससे पुन:  स्पष्ट होता है कि कश्मीर में जिहादी आतंकवाद को मिटाने के लिए पाकिस्तान को ही नष्ट करना होगा !

पंजाब, असम और बंगाल में सीमा सुरक्षा बल का कार्य क्षेत्र १५ किमी से बढाकर ५० किमी तक किया गया !

मादक  पदार्थों की तस्करी और हथियारों की आपूर्ति पर अंकुश लगाने के प्रयास !
पंजाब के मुख्यमंत्री का विरोध !

काश्मीर में आतंकवादियों को सहायता करने वाले ९०० से अधिक धर्मांध नागरिक पुलिस की हिरासत में !

काश्मीर का जिहादी आतंकवाद नष्ट ना होने के पीछे वहां के धर्मांध और देशद्रोही नागरिकों का आतंकवादियों को खुला और छुपा समर्थन ही जिम्मेदार है । इस कारण ऐसों को भी आतंकवादी ठहराकर उन्हें कठोर सजा देनी चाहिए !

त्योहारों के समय देहली में आक्रमण करने का आतंकवादियों का प्रयास  ! – गुप्तचरों की जानकारी

देश में हिन्दू त्योहारों के समय ही जिहादी आतंकवादियों द्वारा आक्रमण करने का प्रयास किया जाता है, जिससे ध्यान में आता है कि, ‘आतंकवादियों का धर्म होता है’ ! ध्यान रखें कि, रमजान, बकरी ईद, मोहर्रम, क्रिसमस, गुड फ्राइडे जैसे त्योहारों के समय कोई भी संकट नहीं होता है !

आतंकियों के भय के कारण कश्मीर में हिन्दू पुनः पलायन करने के लिए तैयार !

कश्मीर में तीन दशकों के पश्चात भी आतंकवाद का कायम होना, यह अब तक के सभी दलों के शासकों के लिए लज्जाजनक है ! भारत के आतंकवाद की समस्या का स्थायी समाधान हिन्दू राष्ट्र के धर्माचारी शासक ही कर सकते हैं,

मैसूर में वर्ष २०१६ के बम विस्फोट मामले में अल कायदा के तीनों आतंकवादी दोषी

आतंकवादियों को फांसी की सजा होने के लिए सरकारी तंत्र प्रयार करेगा. तभी आतंकवाद जड़ से नष्ट होगा !

काश्मीर में हिन्दुओं पर होने वाले आक्रमणों के पीछे का कारण है अतिक्रमणमुक्त हो रही है हिन्दुओं की संपत्ति !

हिन्दू पुन: काश्मीर में आए ही नां, ऐसी जिहादी आतंकवादियों की इच्छा है । इससे उनका भी धर्म है, यह स्पष्ट होता है !