दिल्ली सीमा पर किसान आंदोलन के स्थान पर एक युवक की अमानुषिक हत्या !
सिखों के धर्मग्रंथ ‘श्री गुरू ग्रंथ साहिब’ का अपमान करने के आरोप में हत्या
सिखों के धर्मग्रंथ ‘श्री गुरू ग्रंथ साहिब’ का अपमान करने के आरोप में हत्या
काश्मीर का जिहादी आतंकवाद नष्ट ना होने के पीछे वहां के धर्मांध और देशद्रोही नागरिकों का आतंकवादियों को खुला और छुपा समर्थन ही जिम्मेदार है । इस कारण ऐसों को भी आतंकवादी ठहराकर उन्हें कठोर सजा देनी चाहिए !
पाकिस्तान में असुरक्षित हिन्दुओं की रक्षा के लिए भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होना आवश्यक !
अन्य राज्यों की तुलना में भाजपा शासित राज्य उत्तरप्रदेश में मंदिरों के पुजारी, साधु, महंत आदि की नियमित होने वाली हत्याएं हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं !
ध्यान दें, पाकिस्तान को पूर्णतः नष्ट किए बिना कश्मीर में जिहादी आतंकवाद समाप्त नहीं होगा और वहां हिन्दू सुरक्षित नहीं रह पाएंगे ; यह एक वास्तविकता है !
पाकिस्तान की सहायता से, भारत में आतंकी गतिविधियां करने वाले खालिस्तानी इस पर मुंह क्यों नहीं खोलते ? या वे पाकिस्तान में सिखों के नरसंहार को स्वीकार करते हैं ?
धार जिले के ज्ञानपुर में हनुमान मंदिर के ६५ वर्षीय पुजारी अरुणदास की अज्ञात लोगों द्वारा अमानुषता से मारते हुए हत्या कर दी । पुजारी को बचाते समय मंदिर का चौकीदार घायल हो गया है ।
किसान आंदोलन को केंद्र सरकार ने महत्व ना देने से टिकैत अब निराश हो गए हैं । उनका धैर्य अब टूटने लगा है । इस कारण वे इस प्रकार का दावा करने लगे हैं, यही इससे ध्यान में आता है !
केंद्र में भाजपा की सरकार होते हुए जम्मू-काश्मीर में इतनी बडी मात्रा में अपनी पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं की हत्या होना अपेक्षित नहीं । काश्मीर की स्थिति बदलने के लिए अधिक कठोर निर्णय और कृति करने की आवश्यकता है !
प्रसिद्ध लेखक और इतिहासकार विक्रम संपत द्वारा प्रसिद्ध अंग्रेजी समाचार वाहिनी ‘टाइम्स नाऊ’ पर पत्रकार नाविका कुमार से की गई चर्चा में वीर सावरकर के विषय में, साथ ही गांधीहत्या के उपरांत महाराष्ट्र में किए गए ब्राह्मण विरोधी दंगो की जानकारी भी दी गई ।