काश्मीर में आतंकवादियों को सहायता करने वाले ९०० से अधिक धर्मांध नागरिक पुलिस की हिरासत में !

  • कभी नहीं तो पहली बार पुलिस ने इस प्रकार स्थानीय धर्मांधों को हिरासत में लेने की कार्यवाही की, यह अच्छा हुआ; लेकिन यह पहले ही करना अपेक्षित था ! – संपादक

  • काश्मीर का जिहादी आतंकवाद नष्ट ना होने के पीछे वहां के धर्मांध और देशद्रोही नागरिकों का आतंकवादियों को खुला और छुपा समर्थन ही जिम्मेदार है । इस कारण ऐसों को भी आतंकवादी ठहराकर उन्हें कठोर सजा देनी चाहिए ! – संपादक


श्रीनगर (जम्मू-काश्मीर) – पिछले कुछ दिनों में जम्मू-काश्मीर में पिछले ६ दिनों में काश्मीरी हिन्दू और सिख नागरिकों की आतंकवादियों द्वारा हत्या की गई । इसके बाद सुरक्षा बलों द्वारा लगभग ९०० से अधिक स्थानीय धर्मांध नागरिकों को हिरासत में लिया गया है । ‘आतंकवादियों के प्रति सहानुभूति दिखाई’, ऐसा आरोप उन पर लगाया गया है । इसमें से अधिकांश लोग प्रतिबंधित किए गए ‘जमात-ए-इस्लामी’ इन आतंकवादी संगठन से संबंधित होने का संदेह है । ये लोग आतंकवादियों की ‘ओवर ग्राउंड वर्कर्स’ (ओ.जी. डब्ल्यू. – भूमिगत कार्यकर्ता) सूची में हैं । ये आतंकवादियों को विविध प्रकार की सहायता करते रहते हैं, उदा.रहने के लिए घर उपलब्ध करवाकर देना इत्यादि । श्रीनगर, गांदरबल, बडगाम और दक्षिण काश्मीर के क्षेत्रों से इन लोगों को हिरासत में लिया गया है । उनकी अब जांच की जा रही है ।