भारत से छोटे देश भी चीन को सीधी चुनौती देते रहते हैं, तो यह भारत के लिए संभव क्यों नहीं ?– संपादक
कुआलालंपुर (मलेशिया) – दक्षिण चीन सागर में मलेशिया के विशेष आर्थिक क्षेत्र में चीनी नौकाओं की घुसपैठ बढी है । इस पर आपत्ति दर्शाते हुए मलेशिया ने उसके देश के चीन के राजदूत को मिलने के लिए बुलाया है ।
Malaysia has summoned Beijing’s ambassador to protest against the “presence and activities” of vessels, after Chinese vessels ventured into Malaysia’s exclusive economic zone (EEZ) in the South China Seahttps://t.co/3T2EEpW0wP
— WION (@WIONews) October 5, 2021
१. मलेशिया के विदेश मंत्रालय ने यह स्पष्ट किया है कि चीन का यह कृत्य संयुक्त राष्ट्रसंघ के वर्ष १९८२ के सागरी कानून का उल्लंघन करनेवाला है; इसलि, हम अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा हेतु, साथ ही अपनी संप्रभुता बनाए रखने हेतु कदम उठानेवाले हैं ।
२. दक्षिण चीन समुद्र समुद्री व्यापार की दृष्टि से अत्यंत महत्त्वपूर्ण है । इस क्षेत्र में प्राकृतिक साधनसंपत्ति प्रचुर मात्रा में होने का बोला जाता है । चीन की ओर से दक्षिण चीन समुद्र के लगभग सभी क्षेत्रों पर ही निरंतर दावा किया जाता है । चीन की इस विस्तारवादी नीति का मलेशिया, फिलिपाइन्स, ब्रुनेई, विएतनाम आदि देश निरंतर विरोध कर रहे हैं ।