जोधपुर में भगवा हटा कर हरा ध्वज लगाने पर हिंसा !

जोधपुर भारत में है या पाकिस्तान में ? राजस्थान में हिन्दुओं पर निरंतर हो रहे आक्रमणों को रोकने के लिए केंद्र सरकार हस्तक्षेप करे !

उत्तरप्रदेश में आम आदमी पार्टी, रा.स्व.संघ की भांति १० सहस्र शाखाएं आरंभ करेगी !

एक पत्रकार परिषद में ‘आप’ के सांसद एवं उत्तरप्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष संजय सिंह ने जानकारी दी कि ‘‘भाजपा देश में द्वेष की राजनीति को प्रोत्साहन दे रही है ।

भाजपा के लोग दरिद्र मुसलमान युवाओं को पैसे देकर पत्थर फेंकने के लिए कहते हैं ! – कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का आरोप

इससे, दरिद्र मुसलमान, हिन्दुओं के धार्मिक जुलूसों पर पत्थर फेंकते हैं, यह स्पष्ट होता है !

भाजपा मुसलमानों को ‘सामूहिक दंड’ दे रही है ! – असदुद्दीन ओवैसी

राजस्थान में कांग्रेस की सत्ता है, वहां हिन्दुओं को सामूहिक दंड दिया जा रहा है, इस संदर्भ में ओवैसी कुछ बोलेंगे ?

देहली में भाजपा के नेता की गोलियां चलाकर हत्या !

राजधानी देहली द्वारा पूरे देश का कामकाज किया जाता है, फिर भी उसी नगर में सत्ताधारी पार्टी के नेता की दिनदहाडे हत्या होती है, यह सरकारी तंत्र के लिए लज्जाजनक है !

बंगाल में भाजपा कार्यकर्ता का मृतदेह पेड पर लटका हुआ पाया गया !

बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की पिछले कुछ वर्षों से निरंतर ह्त्याएं हो रही है, ऐसी स्थिती में केंद्र सरकार वहां राष्ट्रपति शासन क्यों नही लगाती ?

कश्मीर में आतंकी द्वारा बीजेपी समर्थक निर्दलीय सरपंच की हत्या !

कश्मीर में जिहादी आतंकवाद को नष्ट करने के लिए पाकिस्तान को नष्ट करें !

फेसबुक पर ‘जय श्रीराम’ लिखने पर, भोपाल में भाजपा समर्थक मुसलमान को उसी के धर्म बंधुओं ने मारा !

एक ओर, हिन्दुओं को सर्वधर्म समभाव की घुट्टी पिलाते हैं, तो दूसरी ओर, धर्मांध मात्र हिन्दू और हिन्दुओं का समर्थन करनेवाले उन्हीं के धर्म बंधु पर इस प्रकार आक्रमण करते हैं ! यह निधर्मिवादीयों को दिखता नहीं क्या ?

राजस्थान में हिन्दू धार्मिक त्योहारों से पहले ही कुछ जिलों में ध्वनिक्षेपक और धार्मिक झंडों के प्रयोग पर रोक !

कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हिन्दू त्योहारों पर विभिन्न प्रतिबंध लगाए गए हैं; ध्यान दें ! किन्तु, मुहर्रम के समय इस प्रकार के प्रतिबंध कभी नहीं लगाए जाते !

भेदभाव और भ्रष्टाचार, मतपेटी की राजनीति के अनिष्ट प्रभाव हैं ! – प्रधानमंत्री

देश की स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के समय भारत की दृष्टि आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करना तथा सामाजिक न्याय और समरसता को प्रतिष्ठित करना है । इन्हीं संकल्पों के आधार पर, एक बीज के रूप में भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ था ।