जोधपुर में भगवा हटा कर हरा ध्वज लगाने पर हिंसा !

अनिश्चितकाल के लिए लगाया निषेधाज्ञा (कर्फ्यू) !

जोधपुर (राजस्थान) – २ मई की रात को जालोरी गेट चौक से भगवा झंडा हटाकर हरा झंडा तथा ध्वनिक्षेपक लगाए गए, इस पर दोनों ओर से एक दूसरे पर भारी पथराव किया गया । इस घटना में पुलिस उपायुक्त और पुलिस प्रमुख सहित कई लोग घायल हो गए । इस समय जमकर तोडफोड भी हुई । पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए लाठीचार्ज किया और  अश्रु गैस के गोले छोडे । इस घटना के उपरांत, जिलाधिकारी ने जोधपुर में अनिश्चित काल के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने का आदेश दिया और यहां अनिश्चितकालीन निषेधाज्ञा लगा दी गई है । हिंसा के सिलसिले में अब तक तीन लोगों को बंदी बनाया जा चुका है । इस घटना के उपरांत, ३ मई की सुबह पुन: कट्टरपंथियों ने पथराव किया तथा पुलिस के साथ  मारपीट की ।

१. २ मई को रात ११.३० बजे जालोरी गेट चौक पर स्वतंत्रता सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की प्रतिमा पर झंडा एवं ईद से संबंधित पट्टिका लगाई और कई लोगों ने नारेबाजी की तथा  नमाज पढी । जहां नमाज पढी, वहां भगवान श्री परशुराम का ध्वज था । श्री परशुराम का ध्वज हटाने को लेकर विवाद हो गया था, क्योंकि इस मौके पर स्थानीय मुसलमान झंडा फहरा रहे थे । इस पर वाद-विवाद हुआ, जिसका पर्यावसान पथराव में हुआ ।

२. पुलिस आयुक्त नवज्योति गोगोई ने कहा कि, “घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे और दोनों पक्षों द्वारा मौके पर लिए गए मोबाइल फोन से प्राप्त चलचित्रों की जांच की जा रही है । पथराव किसने आरंभ किया ? साथ ही, पथराव करने वालों की पहचान कर उन्हें बंदी बनाने का प्रयास किया जा रहा है ।”

सम्पादकीय भूमिका

  • कांग्रेस शासित राज्य में भगवा झंडा निकाल कर हरा लगा दिया जाता है ; ध्यान रखें !
  • जोधपुर भारत में है या पाकिस्तान में ?
  • राजस्थान में हिन्दुओं पर निरंतर हो रहे आक्रमणों को रोकने के लिए केंद्र सरकार हस्तक्षेप करे !

हिंदुओं को पुलिस ने पीटा ! – बीजेपी विधायकों का आरोप

गत देर रात, सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की महिला विधायक सूर्यकांता व्यास और महापौर विनीता सेठ घटनास्थल के पर पहुंची । जालोरी गेट थाने के बाहर धरना दे कर दोनों ने पुलिस द्वारा हिन्दुओं की पिटाई का विरोध किया । व्यास ने प्रश्न किया है कि, “पुलिस ने हिन्दुओं को ही क्यों पीटा, जब दोनों तरफ से पत्थर फेंके जा रहे थे ?” उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से प्रकरण की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की । हिंसा के समय विधायक व्यास के घर के सामने एक दोपहिया वाहन में आग लगा दी गई ।

शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सहयोग करें ! – मुख्यमंत्री

हिंसा के उपरांत, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लोगों से शांति बनाए रखने का आह्वान किया है । मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, “किसी भी हाल में प्रशासन को शांति के साथ-साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है ।मारवाड के जोधपुर में प्रेम और भाईचारे की परंपरा का सम्मान करते हुए, सभी पक्षों से शांति का आह्वान करता हूं ।”

संपादकीय भूमिका

शांति का निर्माण, शांति का आह्वान करने से नहीं होता, बल प्रयोग से होता है । चूंकि कांग्रेस सरकार कट्टरपंथियों के सामने घुटने टेक रही है, इसलिए, पिछले कुछ दिनों से राज्य में कट्टरपंथियों की ओर से इस तरह की हिंसा निरंतर की जा रही  है ।

पुलिस द्वारा कट्टरपंथियों के विरोध में कार्रवाई करने में टालमटोल हो रहा है ! – केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आरोप

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि, “कट्टरपंथियों ने अनेक वाहनों में तोडफोड की और मंदिर पर आक्रमण भी किया । उन्होंने हिन्दुओं की दुकानों और घरों में घुस कर तोड-फोड की और हिन्दू महिलाओं से छेडछाड की । छोटी बच्चियों के वस्त्र फाडे । एक हिन्दू के पेट छुरा मार दिया ।

यह हो ही रहा था, कि पुलिस ने उनका विरोध कर रहे हिन्दुओं की पिटाई कर दी । हिंसा के उपरांत, यद्यपि धर्मांध चौक पर खडे रहे, तब भी पुलिस ने उनके विरोध में कोई कार्रवाई नहीं की । पुलिस ने अभी तक कट्टरपंथियों के विरुद्ध प्रकरण प्रविष्ट नहीं किया है ।यदि पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो हम आंदोलन करेंगे ।”