असम में अल कायदा के एक और आतंकवादी को बंदी बनाया
आतंकवादियों के अड्डे बने मदरसे उद्ध्वस्त करने वाली असम सरकार का आतंकवाद से ग्रस्त अन्य राज्य सरकारों को भी अनुकरण करना चाहिए, यही राष्ट्राभिमानी जनता की अपेक्षा है !
आतंकवादियों के अड्डे बने मदरसे उद्ध्वस्त करने वाली असम सरकार का आतंकवाद से ग्रस्त अन्य राज्य सरकारों को भी अनुकरण करना चाहिए, यही राष्ट्राभिमानी जनता की अपेक्षा है !
असम में गत कुछ दिनों से आतंकवादी पकडे जा रहे हैं । सीमावर्ती राज्यों में ऐसे आतंकवादी मिलना भारत की सुरक्षा के लिए संकट !
काबुल में जिहादी आतंकवादी संगठन अल-कायदा का प्रमुख अयमान अल-जवाहिरी की हत्या करने हेतु अमेरिका ने पाकिस्तान के आकाशमार्ग का उपयोग किया ।
जिहादी आतंकवाद से संपूर्ण विश्व परेशान है ! इसके विरोध में अब संपूर्ण विश्व को संगठित होकर जिहादी मानसिकता नष्ट करने के लिए युद्धस्तर पर प्रयत्न करने चाहिए !
जिहादी आतंकवादियों ने भारत को किया खोखला !
जिहादी आतंकवादी संगठन, साथ ही उनके समर्थक मुसलमानों के विरुद्ध अब कडी कार्यवाही करने के लिए केंद्रशासन को सिद्ध होना आवश्यक !
वर्ष २०११ के ९ सितंबर ‘९/११’ को जिस ‘वर्ल्ड ट्रेड सेंटर’ के ‘ट्वीन टॉवर’ पर हुए आतंकवादी आक्रमण में ३ सहस्र से अधिक अमेरिकी नागरिक मारे गए थे, उसका प्रतिशोध अमेरिका ने अंततः १ अगस्त २०२२ को ले ही लिया ।
संपूर्ण देश के अनेक मदरसे जिहादियों को आश्रय देनेवाले अड्डे बन चुके हैं, यह अनेक बार प्रमाणित हुआ है । इसलिए अब ऐसे कानून को केवल असम तक सीमित न रखकर केंद्र शासन को उसे राष्ट्रीय स्तर पर बनाने की आवश्यकता है !
अल्-कायदा प्रमुख अल-जवाहिरी को अफगानिस्तान में मार गिराए जाने के उपरांत अमेरिका ने अब यहां के गजनी प्रांत के अंदारे क्षेत्र पर भी मिसाइल आक्रमण किया है ।
अमेरिका के अल्-कायदा नामक जिहादी आतंकवादी संगठन के नेता अयमान अल्-जवाहिरी को मार डालने के पश्चात अब अमेरिकी विदेश विभाग ने जगभर के अपने नागरिकों को सतर्कता का आदेश दिया है ।