ब्रिस्बेन (ऑस्ट्रेलिया) में मंदिर पर खालिस्तानियों के किए आक्रमण के निषेध में १ सहस्र हिन्दुओं ने फेरी निकाली !
ब्रिस्बेन के हिन्दुओं का अभिनंदन ! खालिस्तानियों के विरुद्ध सर्वत्र के हिन्दुओं को ब्रिस्बेन के हिन्दुओं का आदर्श लेना चाहिए !
ब्रिस्बेन के हिन्दुओं का अभिनंदन ! खालिस्तानियों के विरुद्ध सर्वत्र के हिन्दुओं को ब्रिस्बेन के हिन्दुओं का आदर्श लेना चाहिए !
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के सामने भारत विरोधी हिंसा के सूत्र उपस्थित करने के उपरांत यह कार्यवाही की गई है । विक्टोरिया पुलिस ने जनता को ‘२९ जनवरी के दिन हिंसा करने वाले ६ लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस की सहायता करें’, ऐसा आवाहन किया है ।
19 मार्च के दिन खालिस्तान के लिए ‘जनमत संग्रह 2020’ ( सिखों के लिए स्वतंत्र देश बनाए जाने के लिए मतदान) नाम से मतदान करवाया गया; इसमें केवल १०० सिखों द्वारा ही मतदान किए जाने की बात सामने आई है ।
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित ‘‘इन्स्टिट्यूट फॉर इकॉनॉमिक्स एंड पीस(अर्थशास्त्र और शांति संस्थान’ ) ने ‘वैश्विक आतंकवाद सूचकांक २०२२’ (ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स २०२२) के अंतर्गत आतंकवादी गतिविधियों के संबंध में २० प्रमुख आतंकवादी संगठनों की सूची प्रकाशित की है ।
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी विश्वविद्यालय के एक विवरण में प्राध्यापक साल्वाटोर बबोन्स ने कहा है कि भारत विश्व का सबसे बडा लोकतांत्रिक देश है, जहां अनुमान से विश्व के पचास प्रतिशत लोग मुक्त एवं निष्पक्ष चुनाव द्वारा अपना मत व्यक्त करने में सक्षम हैं ।
हिन्दुओं के मंदिरों पर खालिस्तानवादियों द्वारा होने वाले आक्रमण, साथ ही हिन्दुओं पर होने वाले आक्रमण रोकने के लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार की असफलता लज्जास्पद है ! भारत सरकार ने इस विषय में उत्तर मांगना आवश्यक है !
यदि भारत में ऐसी घटना होती, तो पुलिस कर्मियों ने आरोपी की हत्या नहीं की होती ! ऑस्ट्रेलिया में आरोपी के स्थान पर नागरिकों के प्राण की अधिक चिंता की जाती है, इससे यही ध्यान में आता है !
भारत के विदेशमंत्री डॉ. एस्. जयशंकर आजकल ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर हैं । उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी एल्बनीज से भेंट की, साथ ही ऑस्ट्रेलिया के विदेशमंत्री पेनी वाँग से भी भेंट कर उनके साथ बातचीत की ।
इससे भारत की विश्व भर में अपकीर्ति हो रही है, यह ध्यान में रखते हुए सरकार को खालिस्तानी प्रवृत्तियों को कुचलने हेतु तत्काल ही कठोर कदम उठाने चाहिए !
विश्वभर में खालिस्तान समर्थक भारत की अखंडता को ललकार रहे हैं, इसलिए भारत सरकार ने पंजाब में खालिस्तान समर्थक संगठन नष्ट करने के साथ साथ विश्वभर में जहां जहां खालिस्तानवादी हैं, वहां वहां उनपर कठोर कार्रवाई करने के लिए वहां की सरकारों को डांटना चाहिए !