पूरे विश्व में पकडे गए भिखारियों में ९० प्रतिशत पाकिस्तानी हैं !

यथा राजा तथा प्रजा ! पाकिस्तान के शासक जैसे पूरे विश्व में जाकर भीख मांगते हैं, वैसे ही उसके नागरिक भी अन्य देशों में जाकर भीख मांगते हैं !

पाकिस्तान में अमेरिकी राजदूत का पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का दौरा !

अमेरिका का सच्चा स्वरूप ! अमेरिका भारत का कभी भी मित्र हो नहीं सकता । अमेरिका स्वयं के स्वार्थ के लिए किसी एक देश को नजदीक करता है और स्वयं का स्वार्थ सिद्ध हो जाने पर उसे दुत्कार देता है ।

लाहौर (पाकिस्तान) में ३ माह तक बलात्कार करनेवाले पिता को अव्यस्क लडकी ने गोलियाें से भून डाला  !

इससे ध्यान में आता है ऐसे विकृत लोग अन्य धर्मियों की बहू-बेटियों के साथ कैसा बर्ताव करते होंगे !

पाकिस्तान में सिखों को जान से मारने की धर्मांध मुसलमानों की धमकी ! 

खालिस्तान की मांग करने वाले इस विषय में मुंह खोलेंगे क्या ? कनाडा से हिन्दुओं को निकालने की धमकी देने वाले खालिस्तानी पाकिस्तान के विरोध में क्यों नहीं बोलते ?

यूक्रेन-रूस युद्ध में गुप्त रूप से हथियार उपलब्ध करने से पाकिस्तान को मिली अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से सहायता निधि !

पाकिस्तान ने गुप्त रूप से हथियार उपलब्ध कराए थे । युद्ध के समय रूस से लडने के लिए यूक्रेन के सैनिकों ने इसका प्रयोग किया था ।’ इससे रशिया और यूक्रेन युद्ध में पाकिस्तान का अप्रत्यक्ष सहभाग दिखाई देता है ।

संयुक्त अरब अमीरात ने भारत के मानचित्र में पाकव्याप्त कश्मीर भारत में दिखाने से पाक आगबबूला !

संयुक्त अरब अमीरात से उत्तर मांगने की क्या पाक की पात्रता भी है ? जो सत्य है, उसे कोई मान्य कर रहा हो, तो उसमें गलत क्या है ?

क्रांतिकाऱी भगतसिंह के दंड के प्रकरण की पुन: सुनवाई करने के लिए लाहौर उच्च न्ययालय का नकार

वर्ष २०१३ में लाहौर उच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की गई थी जिसमें क्रांतिकारी भगतसिंह को वर्ष १९३१ में दी फांसी के दंड के प्रकरण पर पुन: सुनवाई की मांग के साथ ही भगतसिंह को मरणोत्तर राष्ट्रीय पुरस्कार देने की मांग भी की गई थी ।

(और इनकी सुनिए…) ‘हम कश्मीर का सूत्र संसार के प्रत्येक मंच पर उपस्थित करते ही रहेंगे !’ – पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अन्वर अल हक काकर

पूरा संसार जानता है कि कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग है । इसलिए पाक के इस सूत्र पर २-३ देश छोडकर कोई भी ध्यान नहीं देता !

‘पाकिस्तान एयरलाइंस’ बंद होने के मार्ग पर !

‘भारत से युद्ध करने के लिए घास खाने की आवश्यकता हुई तो वह भी करेंगे, किंतु परमाणु बम बनाएंगे,´ ऐसी गर्वोक्ति करने वाले पाकिस्तान के अपने ही नागरिकों पर घास खाने की स्थिति आ गई है !

वैज्ञानिकों के बल पर ही भारत चंद्रमा पर पंहुचा है; पाकिस्तान के वैज्ञानिक सुई भी नहीं बना सकते ! – पाकिस्तानी मौलवी

अंतरिक्ष क्षेत्र की विफलता के लिए उन्होंने पाकिस्तान के वैज्ञानिकों को उत्तरदायी बताया है ।