WB Temples Vandalised : जलपाईगुडी (बंगाल) में हिन्दुओं के ४ मंदिरों पर आक्रमण : देवी-देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड !

  • क्रोधित हिन्दुओं ने राष्ट्रीय महामार्ग के साथ ही रेल रोक रखी !

  • पुलिस को भी सडक पर  रोक दिया !

श्री कालिमाता के मूर्ती की तोडफोड कर मूर्ती बाहर फेक दी

कोलकाता (बंगाल) – राज्य के जलपाईगुडी जिले के खोलाई गांव में धुपगुरी परिसर में  एक ही समय हिन्दुओं के ४ मंदिरों की तोडफोड की गई है । इस समय मंदिरों में स्थापित देवी-देवताओं की मूर्तियां भी तोडी गईं । जिन मंदिरों को क्षति पहुंची है, उनमें श्री कालिमाता के दो मंदिर, एक शिवमंदिर एवं एक शनि मंदिर समाहित है ।  एक ही रात्रि में ये आक्रमण हुए हैं । इसलिए वे पूर्णतः नियोजित थे, ऐसा कहा जाता है । इस संदर्भ में दैनिक ‘सनातन प्रभात’ के प्रतिनिधि ने जलपाईगुडी के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (ग्रामीण) समीर अहमद को घटना के विषय में पूछा । तब उन्होंने उपरोक्त जानकारी देने के लिए टालमटोल की ।

१. स्थानीय वृत्तवाहिनियों की जानकारी के अनुसार चौपाठी श्री कालिमाता मंदिर, सातवेंडी श्री शिव मंदिर, जंगलबारी श्री काली मंदिर एवं गोरेरारी श्री शनि मंदिर इन चार मंदिरों पर आक्रमण किए गए ।

२. इससे पूरे परिसर में हिन्दुओं का रोष उभर आया है । क्रोधित आंदोलनकारियों ने अनेक स्थानों पर राष्ट्रीय महामार्ग २७ के साथ ही सभी सडकें रोक रखी है । इसके साथ ही शालबारी, पलकाटा के साथ अनेक स्थानों पर रेल-गाडियां रोकी गईं । घटनास्थल की ओर जानेवाली पुलिस को भी रास्ते में रोक लिया गया ।

३. हिन्दुओं द्वारा इन घटनाओं का निषेध करने हेतु स्थानीय हिन्दुओं ने बैठक आयोजित की थी । इसमें स्थानीय संत भी सहभागी हुए थे ।

४. जलपाईगुडी के पुलिस आयुक्त खंडाबहाळे उमेश गणपत ने बडी मात्रा में पुलिस व्यवस्था कर परिस्थिति को नियंत्रित किया । गणपत ने कहा, ‘इस घटना को स्वीकार नहीं कर सकते । हम अपराधियों पर कठोर कारवाई करेंगे तथा पुलिस इस  प्रकरण की जांच कर रही है । सहस्रों लोगों की उपस्थिति में पुलिस में परिवाद प्रविष्ट किया गया है । इसमें विश्व हिन्दू परिषद (विहिंप) एवं हिन्दू जागरण मंच के अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ लोग उपस्थित थे । परिवाद में कहा गया है कि १८ मई की प्रातः ५ बजे एक स्थानीय व्यक्ति को तोडफोड करते हुए देखा है ।

तृणमूल कांग्रेस की सरकार रहते हिन्दू समुदाय संकट में ! – भाजपा

इस प्रकरण में भाजपा ने बंगाल की सत्तारूढ तृणमूल कांग्रेस पार्टी की नीतियों की कडी आलोचना की है । बंगाल की भाजपा के ‘एक्स’ खाते से कहा गया है कि यह हिंसक कृत्य तृणमूल कांग्रेस की निरंतर चापलूसी की राजनीति का सीधा परिणाम है । इस कारण हिन्दू समुदाय संकट में है । दूसरी ओर विश्‍व हिन्दू परिषद का कहना है कि ये आक्रमण स्थानीय सरकार की असफलता के कारण हुए हैं ।

उक्त चित्र एवं वीडियो प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक

संपादकीय भूमिका 

  • बंगाल की घटना को देखते हुए ‘बंगाल अब दूसरा बांग्लादेश बन गया है’, ऐसा लगने जैसी स्थिति है ! इसके लिए साम्यवादी (कम्यूनिस्ट) एवं तृणमूल कांग्रेस ही उत्तरदायी है । इस कारण अब राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर राष्ट्रीय नागरिकता पंजीकरण लागू करना चाहिए एवं सभी बांग्लादेशी घुसपैठियों को भगा देना चाहिए  !
  • यदि ऐसी घटनाएं मुस्लिमों के संदर्भ में हुई होती, तो अबतक पूरे देश में आगजनी एवं हिन्दुओं पर आक्रमणों की घटनाएं हुई होती !