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मथुरा (उत्तर प्रदेश) – वर्तमान में वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण शुरू है । इसके साथ ही मथुरा की श्रीकृष्णजन्मभूमि का भी इसीप्रकार सर्वेक्षण किया जा सके, ऐसी मांग करनेवाली याचिका सर्वोच्च न्यायालय में की गई है । यह याचिका ‘श्रीकृष्णजन्मभूमि मुक्ति निर्माण न्यास’द्वारा प्रविष्ट की गई है । याचिका द्वारा न्यास का कहना है कि तथाकथित शाही ईदगाह मस्जिद पर हिन्दुओं का अधिकार है । हिन्दुओं के मंदिर गिराकर यह मस्जिद खडी की गई है ।
कृष्ण जन्मभूमि का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा #LegalNews (@SrishtiOjha11)https://t.co/VEYQ7a7wWV
— AajTak (@aajtak) August 14, 2023
‘श्रीकृष्णजन्मभूमि मुक्ति निर्माण न्यास’के अध्यक्ष आशुतोष पांडेय ने आरोप किया कि शाही ईदगाह व्यवस्थापन समिति जैसी संस्था इस संपत्ति को हानि पहुंचा रही है । शाही ईदगाह मस्जिद को ‘मस्जिद’ नहीं माना जा सकता । इस परिसर का सर्वेक्षण होने पर यह स्पष्टरूप से कहा जा सकेगा कि किसका दावा सौ प्रतिशत उचित है । इसप्रकार के सर्वेक्षण के कारण वादग्रस्त भूमि का इतिहास समझने में एवं धार्मिकदृष्टि से उसका महत्त्व ध्यान में आने में सहायता हो सकती है । आशुतोष पांडेय “सिद्ध पीठ माता शाकुंभरी पीठाधीश्वर भृगुवंशी’ संस्था के भी अध्यक्ष हैं ।
वर्तमान में मथुरा में श्रीकृष्ण का मंदिर एवं ईदगाह मस्जिद अगल-बगल में हैं और उपासना के लिए दोनों खुले हैं; परंतु ईदगाह मस्जिद श्रीकृष्ण का जन्मस्थान है, ऐसी हिन्दुओं की श्रद्धा है । इस कारण यह याचिका हिन्दू पक्ष की ओर से की गई है ।
Sri Krishna Janmabhoomi Case | Plea In Supreme Court Seeks Scientific Survey Of Shahi Eidgah Mosque In Mathura | @awstika https://t.co/yMITALT0Qb
— Live Law (@LiveLawIndia) August 14, 2023
संपादकीय भूमिकाहिन्दुओं के ऐतिहासिक मंदिरों पर अधिकार प्राप्त करने के लिए हिन्दुओं को अनेकानेक शताब्दियों से लडना पड रहा है, यह हिन्दुओं के लिए लज्जाजनक है ! भविष्य में लोकतंत्र मार्ग से इन सभी मंदिरों को प्राप्त करने के पश्चात उनके रक्षणार्थ हिन्दुओं के पास क्या कोई दूरगामी योजना है ? सरकार पर निर्भर न रहते हुए मंदिरों की रक्षा के लिए हिन्दुओं को स्वतंत्र एवं सक्षम यंत्रणा खडी करनी भी उतनी ही आवश्यक है ! |