(…. और इनकी सुनिए) ‘समान नागरी कानून प्रथम हिन्दू धर्म पर लागू करें !’ – द्रमुक के नेता टी.के.एस्. एलंगोवन

द्रमुक के नेता टी.के.एस्. एलंगोवन की हिन्दूद्रोही मांग !

(द्रमुक अर्थात द्रविड प्रगति संघ)

द्रमुक के नेता टी.के.एस्. एलंगोवन

चेन्नई (तमिलनाडु) – समान नागरी कानून प्रथम हिन्दू धर्म पर लागू करना चाहिए, ऐसी मांग द्रविड मुन्नेत्र कलघम् पक्ष के नेता टी.के.एस्. एलंगोवन ने की । वे यह प्रधानमंत्री मोदी द्वारा समान नागरी कानून का समर्थन करने की पृष्ठभूमि पर बोल रहे थे ।

एलंगोवन ने कहा, अनुसूचित जाति एवं जमाती से साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को देश के किसी भी मंदिर में पूजा करने की अनुमति दी जानी चाहिए । संविधान ने प्रत्येक धर्म को सुरक्षा प्रदान की है । इसलिए हमें समान नागरी कानून नहीं चाहिए ।

संपादकीय भूमिका 

  • स्वयं को नास्तिकतावादी कहलवानेवाले द्रमुकवालों से इससे भिन्न और क्या अपेक्षा की जा सकती है ?
  • कल केंद्र सरकार ने यदि समान नागरी कानून बनाया, तो द्रमुक सरकार द्वारा उस कानून पर कार्यवाही करने की संभावना भी अल्प है । राष्ट्राभिमानियों के अनुसार ऐसे में केंद्र सरकार को कठोर निर्णय लेते हुए द्रमुक की सरकार विसर्जित कर, तमिलनाडु में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए !