तमिलनाडु में मुसलमान कट्टरपंथी, ईसाई मिशनरी, साम्यवादी, प्रसारमाध्यम एवं सत्ताधारी द्रमुक पक्ष हिन्दूविरोधी कार्रवाईयां कर रहे हैं । राज्य के मंदिरों का सरकारीकरण किया गया है । उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ देशविरोधी शक्तियों की मालमत्ता पर बुलडोजर चलवा रहे हैं; जबकि तमिलनाडु में मुख्यमंत्री स्टैलिन राज्य के मंदिरों पर बुलडोजर घुमा रहे हैं । सरकार ने १६० मंदिर गिराए हैं । तमिलनाडु के दलितों में हिन्दूविरोधी प्रचार किया जा रहा है । विद्यालयों में ईसाई मिशनरी ईसाई धर्म का प्रचार कर रहे हैं । उन्हें सरकार द्वारा सहायता की जा रही है । सरकार द्वारा ब्राह्मण, संस्कृत एवं हिन्दी के विरोध में कार्रवाईयां चल रही हैं ।
ईसाई मिशनरियों द्वारा शहरी नक्सलवादी कार्रवाईयों में सहायता की जा रही है । तमिलनाडु में भारी मात्रा में हिन्दूविरोधी कार्रवाईयां शुरू हैं, जबकि तमिलनाडु मूलत: हिन्दुओं की पुण्यभूमि है । नई संसद में स्थापित ‘सांगोल’ (धर्मदंड) इस भूमि से ही ले जाया गया है । जिस स्थान पर स्टैलिन ने हिन्दूविरोधी बैठकें लीं, उसी स्थान पर हमने शिवाचार्य संप्रदाय के साथ बैठकों का आयोजन कर हिन्दुओं का संगठन किया । मंदिर एवं गोमाता की रक्षा के लिए हमने अभियान शुरू किए हैं । तमिलनाडु में प्रत्येक राज्य में हिन्दुओं का संगठन करने के लिए हम प्रयत्न कर रहे हैं । भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना तमिलनाडु से होने के लिए हम प्रयत्न करेंगे ।
ऐसी जानकारी तमिलनाडु के हिन्दू मक्कल कत्छी के संस्थापक अध्यक्ष श्री. अर्जुन संपत ने वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव के पांचवें दिन की ।