नागोठणे (जिला रायगढ, महाराष्ट्र) की पुलिस ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के खोज अभियान का दायित्व झटक दिया !

  • नागरिक तथा पुलिस समन्वयक द्वारा जानकारी दिए जाने पर पुलिस करेगी कार्यवाही !

  • पुलिस ने पत्र भेजकर हिन्दुत्वनिष्ठों की शिकायतों का निपटारा किए जाने की दी जानकारी

प्रतिकात्मक छायाचित्र

नागोठणे (जिला रायगढ), १५ मार्च (संवाददाता) : यहां बांग्लादेशी घुसपैठ कर रहे हैं, ऐसा दिखाई नहीं दिया है । यदि वे यहां रह रहे हैं, तो उनकी जानकारी देने के विषय में गांव के पुलिस समन्वयक को पत्र भेजा गया है । घुसपैठियों के यहां रहने की जानकारी मिलते ही तत्काल कार्यवाई की जाएगी, इस आशय का पत्र नागोठणे पुलिस थाने के पुलिस अधिकारी एम्.वी. लागी ने वारकरी संप्रदाय के ह.भ.प. बापू महाराज रावकरजी को भेजा है । इस पत्र में ‘हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा की गई शिकायतों का निपटारा किया गया है’, ऐसा बताकर पुलिस ने अपना दायित्व झटक लिया है । (बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकडने का दायित्व गांव के पुलिस समन्वयक तथा नागरिकों पर थोपकर अपने दायित्व से दूर रहनेवाली पुलिस किस काम की ? – संपादक)

इस पत्र में श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान, हिन्दू जनजागृति मंच, नागोठणे तथा राष्ट्रीय वारकरी संप्रदाय के नामों का उल्लेख किया गया है ।

१. नागोठणे के हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की ओर से वारकरी संप्रदाय के ह.भ.प. बापू महाराज रावकर ने कोलाड पुलिस थाने को ज्ञापन प्रस्तुत कर ‘नागोठणे परिसर में रहनेवाले लोग, श्रमिक, हाथगाडी विक्रेता, घूमते हुए बेचनेवाले विक्रेता आदि के आधारकार्ड की पडताल कर बांग्लादेशी घुसपैठियों के विरुद्ध खोज अभियान चलाने’ की मांग की थी ।

२. पुलिस ने इसका संज्ञान लेकर गांव के नागरिकों से बांग्लादेशी घुसपैठियों की जानकारी मिलते ही कोलाड पुलिस थाने को तत्काल उसकी जानकारी देने का आवाहन किया था ।

३. ह.भ.प. बापू महाराज रावकर को भेजे पत्र में पुलिस ने कहा है कि नागोठणे में बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान कर उन पर कठोर कार्यवाई करने की मांग करनेवाला आवेदन हमें प्राप्त हुआ है । उसके अनुसार हमने नागोठणे पुलिस थाने को बांग्लादेशी घुसपैठियों की जानकारी सूचित करने की सार्वजनिक विज्ञप्ति तैयार की है तथा उसे नागोठणे के सार्वजनिक स्थान पर चिपकाया गया है ।

४. नागोठणे रेलस्थानक पर मालगाडी से सिमेंट तथा अन्य सामग्री उतार लेने हेतु ठेकेदार दिनेश घाग के यहां काम करने वाले १६ श्रमिक तथा कनसे एंटरप्राइजेस में काम करनेवाले १६ श्रमिक मीरानगर तथा रामनगर में रह रहे हैं । उनके आधारकार्ड की पडताल करने पर वे बिहार एवं उत्तरप्रदेश के रहनेवाले हैं, यह ध्यान में आया है; यह बात पुलिस ने इस पत्र में स्पष्ट की है ।

५. ये श्रमिक बांग्लादेशी नागरिक हैं, ऐसा संदेह व्यक्त किया गया था ।

संपादकीय भूमिका 

  • बांग्लादेशी घुसपैठियों के विरुद्ध खोज अभियान चलाने का दायित्व पुलिस प्रशासन का होते हुए भी उस दायित्व को दूसरों पर थोपनेवाली पुलिस को निष्क्रिय ही कहना पडेगा ! भविष्य में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संख्या बढकर उससे कानून-व्यवस्था बिगडती है, तो उसका उत्तरदायित्व किसका होगा ?
  • बांग्लादेशी घुसपैठियों की खोज का दायित्व तथा कर्तव्य पुलिस का है, यह बात उनके ध्यान में कब आएगी ?