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खालापुर (रायगढ) – खालापुर तहसील के हाळ बुद्रुक में १२ मार्च की मध्यरात्रि में गोवंश तस्करीसहित गोहत्या की जानकारी मिलने पर गोरक्षक तथा पुलिस घटनास्थल पहुंचे; परंतु उस समय २५० से ३०० धर्मांध मुसलमानों ने उन पर आक्रमण करते हुए पथराव किया, जिसमें कुछ गोरक्षक तथा पुलिसकर्मी घायल हो गए ।
१. खालापुर पुलिस थाने के अंतर्गत अंकल किचन होटल परिसर में गोरक्षकों को दो गाएं दिखाई दी । ५० फीट गहरे गड्ढे में गोवंश के कुछ अवशेष तथा चमडी मिली, तब गोरक्षकों ने पुलिस को वहां बुलाया ।
२. कुछ ही समय में वहां २५० से ३०० मुसलमान इकट्ठा हुए तथा उन्होंने पुलिसकर्मियों तथा गोरक्षकों पर पथराव करने लगे । इसमें कुछ गोरक्षक गंभीररूप से घायल हो गए । (इससे धर्मांध मुसलमानों की योजनाबद्धता तथा आक्रामकता दिखाई देती है ! – संपादक)
३. आक्रमण करनेवाले धर्मांध मुसलमानों में गांव के छोटे बच्चोंसहित महिलाएं भी थीं । उनके हाथ में कुछ हथियार तथा पत्थर थे ।
४. स्थिति बिगडने से गोरक्षक तथा पुलिसकर्मी अपने बचाव के लिए खोपोली-मुंबई महामार्ग पर आ गए; परंतु मुसलमानों ने महामार्ग से जा रहे वाहनों पर भी पथराव किया ।
५. घटना की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया तथा उसके कुछ घंटों के उपरांत स्थिति नियंत्रण में आ गई ।
६. इस प्रकरण में पुलिस ने १२ लोगों को हिरासत में लिया है तथा इसकी जांच जल रही है, जबकि ६० लोगों के विरुद्ध अपराध पंजीकृत किया गया है । समीर सय्यद, मुर्तुजा मेटकर, जावेद लियाकत सोंडे, कादीर लतीफ कर्जीकर, रियाज जलगांवकर, उस्मान जलगांवकर, समीर दुस्ते, मुजफ्फर कर्जीकर, मोज्जम मांडलेकर, मुजीब जलगांवकर, आसिफ बेडेकर ये भीड में सम्मिलित कुछ लोगों के नाम हैं ।
७. पुलिस ने नागरिकों से शांति बनाए रखने का आवाहन किया है तथा दोषियों पर कठोर कार्यवाही का आश्वासन दिया है ।
८. इस घटना के उपरांत गोरक्षक संगठन आक्रामक हुए हैं । शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थानसहित विभिन्न हिन्दू संगठनों ने इस पर तीव्र क्षोभ व्यक्त किया है । गोरक्षकों ने यह चेतावनी देते हुए कहा है कि गोमाता की रक्षा के लिए हम कोई भी मूल्य चुकाने के लिए तैयार हैं ।
संपादकीय भूमिका
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