पुणे – राज्य में ८०० विद्यालय अनधिकृत होने की बात उजागर हुई है । इनमें से १०० विद्यालय स्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं । पुणे जिले के शिक्षा विभाग ने पुणे नगर निगम तथा जिले के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत ५१ स्कूलों पर प्रतिबंध लगाने की कार्रवाई की है; किन्तु शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञों का अनुमान है कि पुणे जिले में १०० से अधिक अनधिकृत विद्यालय हो सकते हैं । इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों को विद्यालय में प्रवेश दिलाते समय यह बात ध्यान में रखनी चाहिए । विद्यालय के प्रशासकों द्वारा दिए गए विज्ञापनों से मूर्ख मत बनिए; शिक्षा विभाग ने कहा है कि प्रवेश केवल सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूलों में ही लिया जाना चाहिए ।
शिक्षा विभाग ने प्रदेश में अवैध रूप से संचालित १३०० विद्यालयों का सत्यापन प्रारंभ कर दिया है । प्रारंभिक जांच में ८०० से अधिक विद्यालयों के पंजीकरण, अनुमति पत्रादि में त्रुटियां पाई गईं । पुणे जिले में ५१ अवैध विद्यालय पाए गए हैं । जिले में और भी अनधिकृत विद्यालय होने की संभावना है । विद्यालय में प्रवेश लेते समय अभिभावकों को ‘यू.आई.डी.’ पोर्टल (यूनिक आइडेंटिफायर) पर जाकर विद्यालय की पंजीकरण संख्या सत्यापित करनी चाहिए । शिक्षा विभाग ने कहा है कि इससे यह जानकारी उजागर होती है कि विद्यालय सरकार द्वारा अनुमोदित है अथवा नहीं । विद्यालयीन शिक्षा आयुक्त ने पहले ही राज्य में चल रहे सभी अनधिकृत विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है तथा इस संबंध में एक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जा चुका है ।
संपादकीय भूमिकायह प्रशासन के लिए अत्यंत लज्जास्पद तथ्य है ! छात्रों की हुई शैक्षणिक हानि की भरपाई कौन करेगा ? सरकार को इस अपराध के लिए दोषियों को आजीवन सश्रम कारावास का दंड देना चाहिए, तभी कोई ऐसे कृत्य की पुनरावृत्ति करने का साहस नहीं करेगा ! |