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पणजी – ‘समाजोन्नति संगठन’ की ओर से पणजी के मिनेजिस ब्रागांजा सभागार में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में तथाकथित आधुनिकतावादी तथा सनातनद्वेषी जवाहर बर्वे ने सनातन संस्था की अज्ञानमूलक आलोचना की । गोवा के बिजलीमंत्री श्री. सुदिन ढवळीकर ने उसी मंच से इस आलोचना का खंडन किया । उसके उपरांत जवाहर बर्वे ने निर्ल्लजता से पुनः अपनी बात रखना आरंभ किया, तब बिजलीमंत्री ढवळीकर कार्यक्रम छोडकर चले गए ।
(और इनकी सुनिए) ‘सनातन के आश्रम में महिलाएं विवाहविच्छेद कर आई हैं !’ – बर्वे

जवाहर बर्वे ने उनके संदर्भ में सनातन संस्था का विरोध हुए वर्ष १९९७ का एक प्रसंग बताया तथा उसके उपरांत कहा, ‘सनातन के आश्रम में कुछ महिलाएं रहती हैं, जो विवाहविच्छेद कर आईं होती हैं ।’ किसी के सुनने पर उन्होंने एसा कहा है, ऐसा भी उन्होंने कहा । उसके उपरांत बिजलीमंत्री सुदिन ढवळीकर का प्रमुख अतिथि के रूप में भाषण हुआ । उन्होंने अपने भाषण में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर एवं संविधान के विषय पर अपने विचार रखे तथा उसके उपरांत जवाहर बर्वे द्वारा की गई सनातन संस्था की अज्ञानमूलक आलोचना का खंडन किया ।
(सौजन्य : prudentmediagoa) |
विगत २५ वर्षाें से मैं सनातन का कार्य देख रहा हूं ! – ढवळीकर
श्री. ढवळीकर ने कहा, ‘‘जवाहर बर्वे को सनातन संस्था के विषय में कोई जानकारी नहीं है । उन्होंने सनातन के आश्रम में रह रहीं महिलाओं को ‘विवाहविच्छेदित’ बोलकर उन महिलाओं का अपमान किया है । मेरे चुनावक्षेत्र में ही सनातन का आश्रम है । विगत २५ वर्षाें से मैं उनका अध्यात्म का कार्य देख रहा हूं । वास्तव में देखा जाए, तो यह मंच इस विषय पर बोलने के लिए नहीं है; परंतु बर्वे द्वारा बोले जाने के कारण मुझे बोलना पडा । यह विषय उठाने के लिए मैं आप सभी से क्षमा मांगता हूं; परंतु आयोजकों की नहीं । आप सनातन संस्था का कार्य देखिए । अकारण ही उनका द्वेष न करें । बर्वे कुछ नहीं जानते । आनेवाले १७ मई को फर्मागुडी के गोवा अभियांत्रिकी महाविद्यालय के प्रांगण में उनका बडा कार्यक्रम होनेवाला है, जिसमें १ लाख लोग आएंगे ।’’
‘सनातन के विषय में दुष्प्रचार करनेवालों के साथ मैं नहीं बैठ सकता’, ऐसा बोलते हुए श्री. ढवळीकर कार्यक्रम से चले गए !‘शंभू भाऊ बांदेकर ने मुझे इस कार्यक्रम में बुलाया, इसके लिए मैं उनका आभारी हूं’, ऐसा बोलकर बिजलीमंत्री श्री. सुदिन ढवळीकर बैठ गए । तब जवाहर बर्वे पुनः उठकर खडे हुए तथा उन्होंने पुनः सनातन के विरोध में टिप्पणी की । यह देखकर श्री. ढवळीकर ‘सनातन संस्था के विषय में दुष्प्रचार करनेवालों के साथ मैं नहीं बैठ सकता’, ऐसा बोलकर वे कार्यक्रम से उठकर चले गए । |
मुख्यमंत्री की आलोचना पर भी श्री. ढवळीकर ने जताई आपत्ति
एक वक्ता ने मये गांव की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत की आलोचना की । उस पर भी मंत्री ढवळीकर ने आपत्ति जताई । ‘मेरी उपस्थिति में मैं मुख्यमंत्री की आलोचना सहन नहीं कर सकता’, ऐसा उन्होंने कहा ।
(सौजन्य : Unique Achievers)
संपादकीय भूमिकासनातन संस्था की मानहानि करनेवाले आधुनिकतावादियों का मुंहतोड उत्तर देनेवाले बिजलीमंत्री श्री. ढवळीकर का सनातन की ओर से आभार ! |