
अजमेर (राजस्थान) – राजस्थान सरकार ने अजमेर के ‘किंग एडवर्ड मेमोरियल’ का नाम बदल कर ‘महर्षि दयानंद मेमोरियल’ किया है । उसीप्रकार ‘फॉय सागर’ तालाब का नाम भी परिवर्तित कर ‘वरुण सागर’ रखा गया है । हाल-ही-में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष तथा उत्तर अजमेर के विधायक वासुदेव देवनानी ने बताया कि अजमेर महानगरपालिका द्वारा आदेश जारी करने के पश्चात तालाब एवं स्मारक का नाम परिवर्तित करने की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है ।
Decolonizing India’s Heritage!
The Ajmer Municipal Corporation and the BJP Government in Rajasthan have decided to rename the ‘King Edward Memorial’ to ‘Maharishi Dayanand Vishranti Grih’ and lake ‘Foy Sagar’ to lake ‘Varun Sagar’. 🌊
This is a huge step in getting rid of… pic.twitter.com/UuM1TxCOsw
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 13, 2025
१. वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर में एक अंग्रेजी अभियंता के नाम पर १३२ वर्ष पुराना ‘फॉय सागर’ था । अब तालाब का नाम बदल कर उसे जलदेवता ‘वरुण’ का नाम दिया गया है ।
२. देवनानी ने कहा कि धीरे-धीरे तालाब के समीप वरुणदेव की मूर्ति स्थापित की जाएगी तथा एक घाट का भी निर्माणकार्य किया जाएगा । वहां बैठ कर लोेगों को प्रार्थना करना संभव होगा ।
३. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि ‘‘अजमेर के रेल्वे स्टेशन रोड पर ११३ वर्ष पुरानी ‘किंग एडवर्ड मेमोरियल’ इमारत का नाम भी परिवर्तित किया गया है । अब उसका नाम बदल कर ‘महर्षि दयानंद विश्रामगृह’ किया गया है । अजमेर महर्षि दयानंद सरस्वती का निर्वाणस्थान है ।’’
४. वासुदेव देवनानी कहते हैं कि स्वतंत्रता के ७७ वर्ष उपरांत भी अजमेर में दास्यता के कुछ संकेत अस्तित्व में थे, जिससे हमारे मन में दास्यता की मानसिकता उत्पन्न होती थी । इसलिए सरकार ने नाम बदलने का निर्णय लिया ।
संपादकीय भूमिकादास्यता के संकेत हटानेवाले अजमेर महानगरपालिका तथा राजस्थान की भाजपा सरकार का अभिनंदन ! |