Second Mandir Parishad KARNATAKA : अब संघर्ष मथुरा श्रीकृष्णजन्मभूमि मुक्ति का ! – प्रसिद्ध कथावाचक पू. देवकीनंदन ठाकुर  

मंदिर संस्कृति की रक्षा हेतु कर्नाटक राज्य की दूसरी मंदिर परिषद बेंगलुरू में आरंभ

दीपप्रज्वलन करते हुए बाएं से अधिवक्ता प्रमिला नेसरगी, श्री. नंदकुमार, पू. रमानंद गौडा, दीपप्रज्वलन करते हुए पू. देवकीनंदन ठाकुर, श्री. आर्.वी. गौरीशंकर, श्री. गोविंद बाबू पुजारी तथा श्री. सुनील घनवट

बेंगलुरू (कर्नाटक) – कर्नाटक राज्य के बेंगलुरू में गंगाम्मा थिम्मय्या कन्वेन्शन हॉल, बसवेश्वर नगर में ‘कर्नाटक मंदिर महासंघ’ तथा ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ की ओर से द्वितीय ‘कर्नाटक मंदिर अधिवेशन’ आयोजित किया गया । इस आयोजन में बोलते समय प्रसिद्ध कथावाचक तथा विश्वशांति सेवा ट्रस्ट के संस्थापक पू. देवकीनंदन ठाकुर ने मथुरा के श्रीकृष्णजन्मभूमि की मुक्ति हेतु हिन्दुओं को अग्रसर होने का आवाहन किया एवं घोषणा करते हुए कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर का निर्माण किया गया । अब आप (हिन्दू) मथुरा आएंगे या नहीं ? मथुरा में श्रीकृष्णजन्मभूमि बनवाना है अथवा नहीं ? अब तक बहुत सहन किया । इसके आगे हिन्दू सहन नहीं करेंगे । हिन्दू अपने अधिकार पुन: प्राप्त करेंगे ।

प्रसिद्ध कथावाचक पू. देवकीनंदन ठाकुर

इस समय पूरे राज्य के मंदिर न्यासी, प्रतिनिधि, पुरोहित तथा मंदिर सुरक्षा हेतु लडनेवाले अधिवक्ता बडी संख्या मेंं उपस्थित थे ।

पू. देवकीनंदन ठाकुर ने आगे कहा कि सनातन बोर्ड की (मंडल की) आवश्यकता है । कर्नाटक सरकार को राज्य में सनातन मंडल स्थापित करना चाहिए । अपनी संस्कृति की रक्षा हेतु मंदिर की रक्षा करना आवश्यक है । यदि हिन्दू संगठित हुए तभी यह संभव होगा ।

उपस्थित हिन्दू

इस अवसर पर सनातन संस्था के धर्मप्रचारक पू. रमानंद गौडा, कर्नाटक उच्च न्यायालय की अधिवक्ता प्रमिला नेसरगी, कर्नाटक सरकार के धर्मदाय विभाग के भूतपूर्व आयुक्त श्री. नंदकुमार, शृंगेरी महासंस्थान के भूतपूर्व प्रशासक पद्मश्री श्री. आर्.वी. गौरीशंकर, वरलक्ष्मी चैरिटेबल ट्रस्ट के व्यवस्थापकीय संचालक श्री. गोविंद बाबू पुजारी तथा मंदिर महासंघ के राष्ट्रीय समन्वयक श्री. सुनील घनवट के हाथों दीपप्रज्वलन कर इस परिषद का उद्घाटन किया गया । इस परिषद में कर्नाटक राज्य के मंदिरों के न्यासी, प्रतिनिधि, पुजारी तथा मंदिर संवर्धन हेतु लडनेवाले अधिवक्ता उपस्थित थे ।