Hindus Warning On Mehandi Jihad : मुसलमान युवाओं को करवा चौथ के दिन हिंदू महिलाओं के हाथों पर मेहंदी नहीं लगानी चाहिए ! – हिंदुत्ववादी संगठनों की चेतावनी

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – इस साल करवा चौथ का त्योहार 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस अवसर पर ‘मेहंदी जिहाद’ (हिंदू महिलाओं के हाथों पर मेहंदी लगाने के बहाने उन्हें प्रेम के जाल में फंसाने) को रोकने के लिए हिंदू संगठनों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। करवा चौथ के दिन हिंदू महिलाएं अपने हाथों पर मेहंदी लगवाती हैं। इस दिन मुसलमान युवाओं को हिंदू महिलाओं के हाथों पर मेहंदी नहीं लगानी चाहिए, ऐसी चेतावनी हिंदू संगठनों ने दी है। ‘अगर बाजार में कहीं भी मुसलमान युवक हिंदू महिलाओं के हाथों पर मेहंदी लगाते हुए दिखे, तो उन्हें डंडों से पीटा जाएगा। इसके लिए डंडों का पूजन कर उन्हें तैयार रखा गया है’, ऐसी चेतावनी हिंदू संगठनों ने दी है।

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करवा चौथ क्या है ?

करवा चौथ मुख्य रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है। इस दिन हिंदू महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए दिनभर निर्जल (बिना पानी पिए) व्रत रखती हैं। शाम को चंद्रमा को देखकर व्रत तोड़ती हैं। इस दिन विवाहित महिलाएं नई दुल्हनों की तरह श्रृंगार करती हैं और अपने हाथों पर मेहंदी भी लगवाती हैं।

हिंदुत्ववादी संगठनों की बैठक

करवा चौथ के मद्देनजर ‘मेहंदी जिहाद’ को रोकने के लिए मुज़फ्फरनगर में ‘संयुक्त हिंदू मोर्चा’ की ओर से शहर में हिंदू संगठनों की बैठक आयोजित की गई थी। विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने भी बैठक कर हिंदू बहनों से मुसलमानों से मेहंदी न लगवाने का आह्वान किया।

व्यापारियों से भी अनुरोध किया जाएगा

बैठक में हिंदू संगठनों ने कहा कि जो व्यापारी महिलाओं के हाथों पर मेहंदी लगाने का व्यवसाय करते हैं, उनसे मुलाकात की जाएगी। उनसे ‘मुसलमान युवाओं को हिंदू महिलाओं के हाथों पर मेहंदी न लगाने दें’ का अनुरोध किया जाएगा। जो व्यापारी इस अनुरोध को नहीं मानेंगे, उन्हें सबक सिखाने के लिए हिंदुत्ववादी संगठनों के डंडे तैयार रहेंगे।

संपादकीय भूमिका

हिंदुओं का प्रभावी संगठन ही भारत में हर प्रकार के जिहाद को रोकने का उपाय है !