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पर्वरी (गोवा) – गोमंतक परशुराम भूमि है ! इसी भूमि पर रामराज्य का ध्येय संजोकर ‘सनातन संस्था’ ने अध्यात्मप्रसार का बीज बोया । इस पवित्र क्षेत्र में सनातन का रजत जयंती महोत्सव समारोह है । इसके साथ ही हिन्दू धर्म के तेजस्वी प्रचारक एवं राम मंदिर के निर्माण के लिए अनमोल योगदान देनेवाले स्वामी गोविंददेव गिरिजी का अमृत महोत्सव समारोह साकार होना, यह एक प्रकार से भविष्य में साकार होनेवाले रामराज्यरूपी हिन्दू राष्ट्र का शुभ संकेत है । स्वामीजी के अमृत महोत्सव निमित्त ७५ दीपों से उनकी आरती उतारी गई । प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरिजी ने इस प्रसंग में अपनी ब्राह्मतेज एवं क्षात्रतेज से युक्त ओजस्वी वाणी से आशीर्वचन दिए ।
पर्वरी के सुकुर पंचायत हॉल में ३० नवंबर को हुए इस समारोह के प्रसंग में प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरिजी, गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत, केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री श्री. श्रीपाद नाईक, गोवा के पर्यटनमंत्री श्री. रोहन खंवटे, महाराष्ट्र गोसेवा आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. शेखर मुंदडा, सनातन संस्था के व्यवस्थापकीय न्यासी श्री. वीरेंद्र मराठे और सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस मान्यवर उपस्थित थे । इसके साथ ही इस समारोह में सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की एक आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी, सनातन की संत पू. दीपाली मतकर एवं ‘सनातन प्रभात’ प्रसारमाध्यम के भूतपूर्व समूह संपादक पू. पृथ्वीराज हजारे की वंदनीय उपस्थिति थी । समारोह के लिए एक सहस्र ३०० से अधिक लोग उपस्थित थे ।
प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरिजी के अमृत महोत्सव के सम्मान का हृदयस्पर्शी क्षण !
अयोध्या की ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास’ के कोषाध्यक्ष प.पू. स्वामी गोविंददेव गिरिजी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में उनका विशेष सम्मान गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत के हस्तों किया गया । शॉल, श्रीफल, पुष्पहार, सम्मान पत्र एवं सनातन-निर्मित ग्रंथसंच देकर उनका सम्मान किया गया ।