आज न्यायालय में होगी सुनवाई !
मुंबई – वर्ष २०१९ से २०२१ इन ३ वर्ष की कालावधि में १ लाख युवतियां महाराष्ट्र से लापता होने की जानकारी देनेवाली जनहित याचिका सांगली के शहाजी जगताप ने मुंबई उच्च न्यायालय में प्रविष्ट (दाखिल) की है । इस याचिका में उन्होंने कहा है कि गृहमंत्रालय द्वारा प्रसिद्ध ब्यौरे के अनुसार १८ वर्ष से अधिक आयु की वर्ष २०१९ में ३५ हजार (सहस्र) ९९०, वर्ष २०२० में ३० हजार (सहस्र) ८९ तथा वर्ष २०२१ में ३४ हजार (सहस्र) ७६३ इतनी युवतियां महाराष्ट्र से लापता हुई हैं । इस याचिका में उन्होंने न्यायालय के निरीक्षण भी पंजीकृत किए हैं । ३० जुलाई को इस याचिका पर सुनवाई होगी ।
From 2019 to 2021, 100,000 young women reported missing from Maharashtra! Court hearing to take place.
– This dire situation raises questions about the efficiency of the Maharashtra police administration.The government should seriously address the incidents of missing Hindu… pic.twitter.com/ydlmEfk7Ol
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) July 29, 2024
जगताप की लड़की विज्ञान शाखा में तीसरे वर्ष में पढ़ती थी जो कि दिसंबर २०२१ से लापता हुई है । सांगली के संजयनगर पुलिस थाने में याचिका प्रविष्ट करने पर भी वहां की पुलिस लडकी को नहीं ढूंढ पाई । जगताप को जानकारी मिली है कि उनकी पुत्री का विवाह हो गया है तथा उसका इस्लाम में धर्मपरिर्तन किया गया है ।
जगताप ने याचिका में कहा है कि वे पिछले ढाई वर्ष की कालावधि में केवल २ मिनट अपनी लडकी से मिल सके तथा उनके परिवार से पूर्ण रुप से उसका संपर्क टूट गया है । लडकी अल्पायू न होने के कारण पुलिसकमियों ने उसे ढूंढने का कोई प्रयास नहीं किया । ऐसा हो सकता है कि लापता हुई लडकी का छल अथवा बलपूर्वक धर्मांतर हुआ हो। (यदि इस दावे मे सच्चाई है, तो महाराष्ट्र पुलिस के लिए यह लज्जाजनक ही है ! – संपादक)
संपादकीय भूमिकायह दुर्दशा महाराष्ट्र के पुलिस प्रशासन की कार्यक्षमता पर प्रश्नचिन्ह उपस्थित करती है । सरकार को लापरवाही दिखानेवाले पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए । |