विश्व हिंदू परिषद की बीजेपी तथा शिवसेना को चेतावनी !
मुंबई (महाराष्ट्र) – महायुति को वक्फ बोर्ड को दृढ़ करने के निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए। विश्व हिंदू परिषद ने शिवसेना और बीजेपी के महागठबंधन को चेतावनी दी है कि अगर वक्फ बोर्ड को दृढ करने के लिए सरकार द्वारा घोषित १० करोड़ रुपये का फंड निरस्त नहीं लिया गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में उसे हिन्दुओं के रोष का सामना करना पड़ेगा।
Cancel the grants made to the Waqf Board, otherwise face the fury of Hindus in the assembly elections! – Vishwa Hindu Parishad’s warning to BJP and Shiv Sena!
👉 This is appeasement based on religion.
👉 A provision of Rs.10 crore has been made for the year 2024-25 to… pic.twitter.com/xjifToo1ir
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 11, 2024
इस संबंध में विश्व हिंदू परिषद के कोंकण मंत्री मोहन सालेकर ने कहा कि हम वक्फ बोर्ड की दृढ़ता के लिए फंड उपधब्ध कराने के विरुद्ध हैं। कांग्रेस सरकार जो करने से बचती रही, वह महायुति कर रही है।
यह धर्म के आधार पर तुष्टिकरण है. “एक ओर, धर्म के आधार पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए”, महायुति के नेता अधि प्रचार या छद्म उद्घोष लेकिन दूसरी ओर धर्म के आधार पर वित्तीय सहायता दी जा रही है। हम इस तरह से कट्टरपंथ को दृढ़ होने को सहन नहीं करेंगे।’
वीवाद क्या है?
वर्ष २००७ में जब महाराष्ट्र में कांग्रेस सत्ता में थी, तब तत्कालीन मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के कार्यकाल में केंद्र सरकार ने वक्फ बोर्ड के लिए वित्तीय सहायता देने का वचन दिया था। इस वचन को पूरा करते हुए वक्फ बोर्ड को दृढ करने के लिए वर्ष २०२४-२५ में १० करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसमें से दो करोड़ रुपये राज्य सरकार ने १० जून को दिये हैं।