Dabholkar Murder Case : डॉ. वीरेंद्रसिंह तावडे, अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर और विक्रम भावे निर्दोष घोषित !

डॉ. वीरेंद्रसिंह तावडे, अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर और विक्रम भावे को न्यायालय ने निर्दोष मुक्त किया, तो अन्य २ आरोपी सचिन अंदुरे और शरद कळसकर को न्यायालय ने दोषी ठहराया है ।

Dhabholkar Murder Case : बहुचर्चित डॉ. दाभोलकर हत्या प्रकरण में निर्णय १० म‌ई को आने की संभावना !

२० अगस्त २०१३ को यहां के महर्षि विठ्ठल रामजी शिंदे पुल पर ‘अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति’ के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की हत्या हो गई ।

‘Chhatrapati Sambhajinagar’ And ‘Dharashiv’ : ‘छत्रपति संभाजीनगर’ और ‘धाराशिव’ जिलों के नाम पर मुंबई उच्च न्यायालय की ओर से मोहर !

जिन मुगलों ने भारत पर आक्रमण कर प्रचंड नरसंहार किया, हिन्दू महिलाओं का बलात्कार किया, मंदिर नष्ट किए ऐसे इस्लामी आक्रमणकारियों के नाम हटाने के लिए न्यायालय ने निर्णय देने से मुगल प्रेमियों को तमाचा लगा है !

Shopping Complex Thiruvannamalai : तिरुवन्नमलाई के श्री अरुणाचलेश्‍वर मंदिर के सामने ‘शॉपिंग कॉम्प्लेक्स’ का निर्माण नहीं किया जाएगा !

‘तमिलनाडु हिन्दू धर्मादाय विभाग’ ने उच्च न्यायालय को दी जानकारी !

‘पतंजलि आयुर्वेद’ के कथित विज्ञापनों के प्रकरण में दिखाई दिया सर्वाेच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का हिन्दूद्वेष !

‘हम आपको मार डालेंगे’, ‘हम आप पर कुछ करोड रुपए का आर्थिक दंड लगाएंगे’, इस प्रकार की भाषा सडक पर चलनेवाले झगडों में सुनने को मिलती है; परंतु ऐसी भाषा का प्रयोग यदि न्यायालय में किया जाता है, तो क्या वह उचित है ?’ कुल मिलाकर भारत में जब ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना होगी, उस समय न्यायाधीश रामशास्त्री प्रभुणे को अपेक्षित न्यायतंत्र बनाया जाएगा !’

Covishield Vaccine Side Effect : ‘कोव्हिशिल्ड’ के टीके कारण हृदयाघात (हार्ट अटैक) हो सकता है !

 ‘कोव्हिशिल्ड’ टीके के कारण ‘थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम’ के लक्षण पाए जा सकते है, जिससे कि रक्त में थक्के निर्माण होकर हृदयाघात होना, ब्रेन स्ट्रोक (पक्षाघात) होना, प्लेटलेट्स (रक्त का एक प्रकार का घटक) अल्प होना इत्यादि घटनाएं हो सकती है; परंतु यह सब होने की संभावना सुदूर होती है

Kejriwal Lust For Power : केजरीवाल के कारागृह में जाने के कारण छात्रों की शिक्षा पर प्रभाव नहीं पडना चाहिए !

केजरीवाल सत्ता के स्वार्थ में अभी भी मुख्यमंत्रीपद त्याग नहीं रहे हैं, यह बात लज्जाजनक है । देहली की जनता को अब केजरीवाल पर मुख्यमंत्रीपद का त्यागपत्र देने के लिए दबाव लाना चाहिए !

तेलंगाना हाईकोर्ट ने होटल मैरियट पर वक्फ बोर्ड के दावे को किया खारिज

यह एक उदाहरण है कि कैसे १९९५ के राक्षसी वक्फ अधिनियम की आड़ में भारत का इस्लामीकरण किया जा रहा है ! इसलिए वक्फ अधिनियम को ही निरस्त करने का प्रयास किया जाना चाहिए !

Arvind Kejriwal : मुख्यमंत्री केजरीवाल केवल सत्ता-पिपासु ! – देहली उच्च न्यायालय

‘मदिरा नीति प्रकरण में बंदी बनाए जाने पर भी त्यागपत्र देने की अपेक्षा अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय हित से अधिक व्यक्तिगत हित को ही प्राथमिकता दी है ।’ ऐसे न्यायालय ने फटकार लगाते हुए कहा

Modi Deity Election : प्रधानमंत्री मोदी ने देवताओं के नाम पर मत मांगे इसलिए, उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगे !

अधिवक्ता आनंद एस. जोंधळे ने यह आरोप करते हुए इस विषय में याचिका प्रविष्ट (दाखिल) कर प्रधानमंत्री मोदी को ६ वर्ष तक चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की मांग की है ।