रूस में महिलाएं, विवाह-विच्छेदित पति तथा युवतियां भूतपूर्व प्रेमी के पते सेना को भेज रहे हैं !

रूस में बलपूर्वक सेना में भरती !

नरेंद्र मोदी महान देशभक्त हैं तथा उनके नेतृत्व में भारत का भविष्य उज्ज्वल है !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महान देशभक्त हैं । उनके नेतृत्व में भारत का भविष्य उज्ज्वल है । ‘मेक इन इंडिया’ के संदर्भ में उनके विचार अर्थशास्त्र तथा नीतिशास्त्र दोनों ही अर्थाें से महत्त्वपूर्ण हैं ।

रूस ने किया परमाणु युद्धाभ्यास !

रूस ने २६ अक्टूबर को परमाणु युद्धाभ्यास किया है । इससे संबंधित दल ने यह युद्धाभ्यास किया ।

रशिया ने पाकव्याप्त कश्मीर और अक्साई चीन को दिखाया भारत का हिस्सा !

रशिया की वृत्तसंस्था ‘स्पुटनिक’ ने शंघाय सहकार्य संगठन का मानचित्र जारी किया है । जिसमें उसने पाकव्याप्त कश्मीर, अक्साई चीन सहित संपूर्ण अरुणाचल प्रदेश को भारत का अविभाज्य भाग दिखाया है ।

‘नाटो’ की सेना का रूस से संघर्ष होने पर जग पर भारी संकट आएगा ! – पुतिन की चेतावनी

किसी भी परिस्थिति में रूस की सेना से ‘नाटो’ के सैनिकाें का सीधा संपर्क अथवा संघर्ष होने पर विश्व पर भारी संकट आ सकता है, ऐसी चेतावनी रूस के राष्ट्रध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दी है ।

यूरोप पर युद्ध के बादल घनघोर !

यूक्रेन के १० शहरों पर रूस का आक्रमण !
बेलारूस द्वारा रूस को सार्वजनिकरूप से (खुूले आम ) लष्करी सहायता !
रूस के विरुद्ध युद्धसज्ज (युद्ध के लिए तैयार) रहने की ‘नाटो’ की घोषणा !

कर्च पुल पर हुआ विस्फोट, यह युक्रेन का आतंकवादी आक्रमण ! – पुतिन

रशिया और उसके अधिकार वाले क्रिमिया के बीच बने कर्च पुल पर हुआ विस्फोट, यह युक्रेन द्वारा किया गया आतंकवादी आक्रमण है, ऐसा आरोप रशिया के राष्ट्रपति पुतिन ने किया । उनके गुप्तचर विभाग ने योजनाबद्ध ढंग से यह आतंकवादी आक्रमण किया ।

रूस-यूक्रेन युद्ध पर उपाय करने के लिए मोदी, पोप एवं गुटेरेस की समिति स्थापित करें ! – संयुक्त राष्ट्रों को मेक्सिको का प्रस्ताव !

मेक्सिको ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर स्थायी समाधान निकालने हेतु संयुक्त राष्ट्र समिति स्थापित कर उसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पोप फ्रान्सिस एवं संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटेनियो गुटेरेस को समाहित करने का प्रस्ताव दिया है ।

पश्चिमी देशों का सामना करने के लिए रूस के ३ लाख सैनिकों की भरती करेंगे !

रूस एवं युक्रेन में युद्ध आरंभ हुए ७ माह हो गए, तब भी अमेरिका सहित पश्चिमी देश रूस की आक्रमकता पर लगाम कसने में असफल रहे हैं ।