अमेरिका ने जो किया, वही हम कर रहे हैं ! – पुतिन
मास्को (रूस) – रूस के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने पडोसी मित्र देश बेलारूस में परमाणु हथियार नियुक्त करने की घोषणा की है । ‘मेरे इस निर्णय से परमाणु हथियार समझौते का उल्लंघन नहीं होता । अमेरिका ने अन्य देशों में भी अपने परमाणु हथियार नियुक्त किए हैं तथा अब हम भी वह कर रहे हैं । पश्चिम तथा युरोपीय देश निरंतर दायित्व-शून्यता का आचरण कर रहे हैं । उनके इस निर्णय से मैंने यह कदम उठाया है’, पुतिन ने ऐसा कहा है । यूक्रेन को हथियार भेजने को लेकर पुतिन ने ब्रिटेन तथा अमेरिका की आलोचना की है । उन्होंने ब्रिटेन पर यूक्रेन को युरेनियम भेजने का आरोप भी लगाया । वर्ष १९९० के पश्चात रूस के परमाणु हथियार अन्य देश में नियुक्त करने की यह पहली घटना है ।
Russia will station tactical nuclear weapons in Belarus, President Vladimir Putin said on Saturday, sending a warning to NATO over its military support for Ukraine and escalating a standoff with the West. https://t.co/3t1JVS9wCJ
— Times LIVE (@TimesLIVE) March 26, 2023
पुतिन ने कहा कि बेलारूस में परमाणु हथियार नियुक्त करने हेतु रूस में विशेष संग्रह सुविधा सिद्ध कर रहे हैं । जुलाई माह के आरंभ में यह काम पूर्ण होगा । हमने इससे पूर्व ही बेलारूस को अनेक मिसाइल सिस्टम (प्रणालियां) भेजी हैं, जिससे परमाणु हथियार बिठाना संभव होगा । हम बेलारूस को इन हथियारों का नियंत्रण नहीं देंगे । वे केवल वहीं पर नियुक्त होंगे । हमने बेलारूस के १० विमानों को परमाणु हथियार बहा कर ले जाने में सक्षम बनाया है । अब अगले माह से हम वैमानिकों का प्रशिक्षण आरंभ करेंगे ।
रूस की ओर से परमाणु हथियारों का प्रयोग करने की संभावना नहीं है ! – अमेरिका
पुतिन के निर्णय पर अमेरिका ने कहा कि वर्तमान में रूस परमाणु हथियारों का प्रयोग करेगा, ऐसा कोई संकेत नहीं है । परमाणु हथियारों से संबंधित हमारी रणनीति में परिवर्तन करने का कोई भी कारण हमें दिखाई नहीं देता । रूस की ओर से परमाणु हथियारों का प्रयोग होने की भी संभावना नहीं है । नाटो देशों की रक्षा करने हेतु हम एकत्रित खडे रहेंगे ।
अमेरिका ने अनेक देशों में नियुक्त किए हैं परमाणु हथियार !
अमेरिका ने अपने परमाणु हथियार ब्रिटेन, बेल्जियम, जर्मनी, इटली, नेदरलैंड तथा तुर्किए ऐसे अनेक देशों में नियुक्त किए हैं । वर्ष २०२१ में सुरक्षा प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए रूस ने अमेरिका को उसके अन्य देशों में तैनात परमाणु हथियार वापस लेने को कहा था; परंतु अमेरिका तथा नाटो देशों ने यह प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था ।