अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन अचानक युक्रेन दौरे पर !

युक्रेन को और अधिक हथियार देने की घोषणा !
रशिया-युक्रेन युद्ध को २४ फरवरी को होंगे १ वर्ष पूर्ण !

रशिया तत्काल छोडें !

अमेरिका ने रशिया में रहनेवाले उसके नागरिकों को तत्काल रशिया छोडने को कहा है ।

रूस से हथियार क्रय करने में भारत प्रथम क्रमांक पर !

रूस की अधिकृत समाचार संस्था द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गत ५ वर्षों में रूस ने भारत को लगभग १३ अरब डॉलर्स अर्थात १ लाख करोड रुपए के हथियारों की आपूर्ति की है । रूस में तैयार किए हथियारों में २० प्रतिशत हथियार केवल भारत क्रय कर रहा है ।

कम से कम ४० देश कर सकते हैं ओलंपिक खेलों का बहिष्कार ! – पोलैंड के खेल मंत्री

पोलैंड के खेल मंत्री कामिल बोर्टनीजुक ने धमकी दी, “यदि रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को तटस्थ झंडे के नीचे खेलने की अनुमति देने का निर्णय लिया गया तो कम से कम ४०  देश ओलंपिक का बहिष्कार करेंगे ।” इससे ये खेल अर्थहीन हो जाएंगे !”

ब्रिटेन ने लाखों भारतीयों को मारकर ४५ खरब डॉलर की भारतीय संपत्ति लूटी  !

सरकार को अब इस सम्पदा को वापस लेने का प्रयास करना चाहिए !

राशन एवं हथियार के बिना माइनस २५ डिग्री तापमान में लडना असंभव !

अधिकारियों ने सैनिकों को पर्याप्त राशन एवं हथियार न मिलने की पुष्टि की है । इससे सैनिकों का मनोबल टूट चूका है । इसीलिए वे इस प्रकार वीडियो बनाकर सीधे राष्ट्रपति पुतिन को अपनी अडचनें बता रहे हैं ।

रशिया ने युक्रेन से चल रहा युद्ध जीतने के लिए सेना प्रमुख को परिवर्तित किया !

रशिया द्वारा युक्रेन पर किए आक्रमण अभी भी चालू हैं । इसे १ वर्ष पूर्ण होने पर रशिया ने अपने सेना प्रमुख को परिवर्तित किया है । जनरल वैलेरी गेरासिमोव नए सेना प्रमुख होंगे ।

रशिया-युक्रेन के बीच युद्ध में शांति आने के लिए भारत की भूमिका महत्वपूर्ण ! – अमेरिका

रशिया और युक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है । इसके लिए हम भारत सहित अन्य देशों के संकर्प में हैं । इन दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए भारत की भूमिका महत्वपूर्ण है, ऐसा वक्तव्य अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेस प्राइस ने किया है ।

शत्रु को समझना चाहिए कि कोई भी युद्ध निश्चित ही समाप्त होता है !

रशिया के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने युक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को जल्द समाप्त करने की इच्छा व्यक्त की है । युक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिल जेलेंस्की के अमेरिका दौरे के उपरांत पुतिन ने यह विधान किया है । इस युद्ध को १० माह से अधिक समय बीत गया है ।