‘इस्रो’ का ‘ओप्पो’ इस चीनी कंपनी के साथ करार !

वर्तमान में भारत का पहले क्रमांक पर स्थित शत्रु देश की कंपनी से ‘इस्रो’ जैसी महत्वपूर्ण संस्था ने करार करना, यह भारतीयों को अपेक्षित नहीं । इस विषय में भारत सरकार को जनता को जानकारी देनी चाहिए !

(कहते हैं) ‘भारतीय सैनिकों के हाथ खून से रंग रहे हैं !’

भारत के सुरक्षा विशेषज्ञ द्वारा किए दावे के बाद चीन को मिरची लगने से उसकी ओर से हल्ला (थयथायट) किया जा रहा है, यही इससे स्पष्ट होता है !

(कहते हैं) ‘हेलीकॉप्टर अपघात के लिए भारतीय सेना की लापरवाही उत्तरदायी !’

चीन इस बात को ध्यान रखे, कि इस प्रकार के मिथ्या आरोप लगाकर, भारतीय सेना और भारतीय नागरिकों का मनोबल गिराने के उसके प्रयास कभी सफल नहीं होंगे !

श्रीलंका सरकार के विरोध में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा प्रविष्ट

चीन की सभी वस्तुओं की गुणवत्ता का अनुभव विश्व के अनेक देशों ने अभी तक लिया है । चीन को श्रीलंका द्वारा इस प्रकार माल वापस भेजकर दिया उत्तर अन्य देशों के लिए सीखने योग्य है !

ताइवान के सेना प्रमुख और चीन के कट्टर विरोधी बिपिन रावत, दोनों की हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं में समानताएं !

रक्षा विशेषज्ञों ने चीन की भूमिका पर प्रश्न उठाए ! ताइपे (ताइवान) – भारत के प्रथम सी.डी.एस. (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) और तीनों रक्षा बलों के प्रमुख जनरल बिपिन रावत की तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई है । इसी प्रकार की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में, ताइवान के सेना प्रमुख … Read more

हिंद महासागर में चीन की युद्ध नौकाओंपर नौसेना का ध्यान ! – नौसेना प्रमुख आर. हरिकुमार

प्रत्यक्ष नियंत्रण सीमा पर तनाव था, हमने हिंद महासागर क्षेत्र में युद्ध नौका तैनात की थी। परिस्थिति बिगडते ही चीन को सही उत्तर दे सकें, यह इसके पीछे का उद्देश्य था। चीन वर्ष २००८ से हिंद महासागर क्षेत्र में खुराफात कर रहा है।

चीन की दीवार ही उसकी मूल सीमा है, तो शेष चीन उसका विस्तारवाद है ! – डॉ. इंद्रेश कुमार, प्रचारक, रा.स्व. संघ

डॉ. इंद्रेश कुमार ने आगे कहा कि, “आज भारत सभी प्रकार से सक्षम है । भारत की शक्ति, क्षमता तथा कूटनीति, चीन के विरुद्ध किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए सक्षम है । डोकलम में चीन ने इसका अनुभव किया है ।”

(कहते हैं) ‘भारतीय अधिकारियों के वक्तव्यों के कारण सीमा पर तनाव बढ सकता है !’ – चीन का हंगामा

सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कुछ अनुचित नहीं कहा है ; परंतु, चीन को मिरची लगने के कारण वह आगबबूला हो रहा है । इसकी अपेक्षा चीन को सीमा पर अपनी करतुतें रोकनी चाहिए तथा अक्साई चीन भारत को लौटाना चाहिए !

सर्वाधिक जनसंख्यावाले चीन की जन्मदर गिरी !

‘एक बच्चा’ की नीति को शिथिल बनाने के उपरांत भी चीनी दंपतियां बच्चों को जन्म देने के लिए नहीं हैं तैयार !

(कहते हैं) ‘चीन दक्षिण पूर्व एशिया पर प्रभुत्व नहीं चाहता है !’ – चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग

क्या चीन के राष्ट्रपति के इस वक्तव्य पर कोई छोटा बच्चा भी विश्वास करेगा ?