चीनी सेना ने भारतीय नियंत्रण की गलवान घाटी में अपना राष्ट्रध्वज नहीं फहराया ! – भारतीय सेना का स्पष्टीकरण
भारतीय सेना ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए ‘चीन के सैनिकों के उनका राष्ट्रध्वज फहराने की जगह चीन के अधिकार वाली गलवान घाटी के हिस्से में है ।
भारतीय सेना ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए ‘चीन के सैनिकों के उनका राष्ट्रध्वज फहराने की जगह चीन के अधिकार वाली गलवान घाटी के हिस्से में है ।
भारत के राज्यों में स्थानीय नाम बदलने का साहस चीन करता ही कैसे है ? क्या चीन भारत से नहीं डरता ? भारत सरकार को अब चीन के स्थानों के नाम बदलकर उसे जैसे को तैसा उत्तर देना चाहिए !
वर्तमान में बांग्लादेश के प्रत्येक नागरिक पर २० सहस्र रुपए का ऋण है । चीन एवं पाकिस्तान की तुलना में यह बहुत अल्प है । भारत में, प्रति व्यक्ति पर विदेशी कर्ज ३२ सहस्र रुपए है ।
चीन का यह प्रयास भारत के लिए संकटकारी !
वर्तमान में भारत का पहले क्रमांक पर स्थित शत्रु देश की कंपनी से ‘इस्रो’ जैसी महत्वपूर्ण संस्था ने करार करना, यह भारतीयों को अपेक्षित नहीं । इस विषय में भारत सरकार को जनता को जानकारी देनी चाहिए !
भारत के सुरक्षा विशेषज्ञ द्वारा किए दावे के बाद चीन को मिरची लगने से उसकी ओर से हल्ला (थयथायट) किया जा रहा है, यही इससे स्पष्ट होता है !
चीन इस बात को ध्यान रखे, कि इस प्रकार के मिथ्या आरोप लगाकर, भारतीय सेना और भारतीय नागरिकों का मनोबल गिराने के उसके प्रयास कभी सफल नहीं होंगे !
चीन की सभी वस्तुओं की गुणवत्ता का अनुभव विश्व के अनेक देशों ने अभी तक लिया है । चीन को श्रीलंका द्वारा इस प्रकार माल वापस भेजकर दिया उत्तर अन्य देशों के लिए सीखने योग्य है !
रक्षा विशेषज्ञों ने चीन की भूमिका पर प्रश्न उठाए ! ताइपे (ताइवान) – भारत के प्रथम सी.डी.एस. (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) और तीनों रक्षा बलों के प्रमुख जनरल बिपिन रावत की तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई है । इसी प्रकार की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में, ताइवान के सेना प्रमुख … Read more
प्रत्यक्ष नियंत्रण सीमा पर तनाव था, हमने हिंद महासागर क्षेत्र में युद्ध नौका तैनात की थी। परिस्थिति बिगडते ही चीन को सही उत्तर दे सकें, यह इसके पीछे का उद्देश्य था। चीन वर्ष २००८ से हिंद महासागर क्षेत्र में खुराफात कर रहा है।