(कहते हैं) ‘हेलीकॉप्टर अपघात के लिए भारतीय सेना की लापरवाही उत्तरदायी !’

चीन के आधिकारिक मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स की टिप्पणी !

चीन इस बात को ध्यान रखे, कि इस प्रकार के मिथ्या आरोप लगाकर, भारतीय सेना और भारतीय नागरिकों का मनोबल गिराने के उसके प्रयास कभी सफल नहीं होंगे ! – संपादक 

बीजिंग (चीन) – चीन के आधिकारिक मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक बार पुनः, भारत के तीनों सशस्त्र बलों के प्रमुख जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई मृत्यु की आलोचना की है । दैनिक ने कहा कि, “हेलीकॉप्टर दुर्घटना में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सी.डी.एस.) की मृत्यु, न केवल भारतीय सेना की अनुशासनहीनता, अपितु भारतीय सेना के आधुनिकीकरण के वास्तविक पहलू को भी उजागर करती है । चीनी दैनिक के लेख में बिपिन रावत को ”चीन विरोधी” भी बताया गया है । इसमें कहा गया है कि, ‘पिछडापन भारत का सबसे बडा दुश्मन है, चीन नहीं ।’

१. लेख में आगे कहा गया है कि, “हाल ही में घटित दुर्घटना को टाला जा सकता था । उदाहरण के लिए, यदि मौसम खराब था, तो उडान को रोकना चाहिए था । पायलट को अधिक सावधानी या कुशलता से उडान भरनी चाहिए थी या दुर्घटना से बचने के लिए हेलीकॉप्टर चालक दल को उचित देखभाल करनी थी ।”

२. इस लेख में एक विशेषज्ञ का कहना है कि, “वास्तविक समस्या पूरी भारतीय सेना में है । चीनी सीमा पर तैनात भारतीय सैनिक भी लगातार उकसाते रहे हैं । यदि वास्तविक युद्ध होता है, तो भारतीय सेना, चीनी सेना का मुकाबला ही नहीं कर सकती ।”

३. एक चीनी विशेषज्ञ का संदर्भ देते हुए लेख में कहा गया है कि, ‘भारतीय सेना अनुशासनहीन है और प्रायः भारतीय सैन्य, प्रक्रियाओं और नियमों का पालन नहीं करती । २०१९ में, एक भारतीय विमान में आग और २०१३ में, एक भारतीय पनडुब्बी में विस्फोट, मानवीय भूल थी ।’

४. लेख में दावा किया गया है, कि बिपिन रावत के निधन से भारतीय सेना के आधुनिकीकरण की योजना को बडा झटका लगा है । रावत की मृत्यु के कारण, अनुशासनहीन सेना के ऊपर सरकार अपना नियंत्रण खो सकती है और सीमा पर स्थिति हाथ से निकल सकती है ।