रक्षा विशेषज्ञों ने चीन की भूमिका पर प्रश्न उठाए !
ताइपे (ताइवान) – भारत के प्रथम सी.डी.एस. (चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ) और तीनों रक्षा बलों के प्रमुख जनरल बिपिन रावत की तमिलनाडु के कुन्नूर में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई है । इसी प्रकार की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में, ताइवान के सेना प्रमुख शेन यी मिंग की भी मृत्यु हुई थी ; जो चीन के विरोधी थे । दोनों दुर्घटनाओं की तुलना रक्षा विशेषज्ञ और सामाजिक माध्यम कर रहे हैं । शेन यी मिंग की जनवरी २०२० में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी । मिंग का ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर, ताइपे के पास एक पहाडी क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था । ब्लैक हॉक को संयुक्त राज्य में निर्मित सबसे उन्नत और सबसे सुरक्षित हेलीकॉप्टरों में से एक माना जाता है ।
Gen. Rawat's death has an eerie parallel with the helicopter crash in early 2020 that killed Taiwan's chief of general staff, Gen. Shen Yi-ming, and seven others, including two major generals. Each helicopter crash eliminated a key figure in the defense against PRC's aggression.
— Brahma Chellaney (@Chellaney) December 8, 2021
भारतीय रक्षा विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी ने जनरल रावत के हेलीकॉप्टर दुर्घटना की तुलना ताइवान के सेना प्रमुख की दुर्घटना से की । चेलानी ने कहा कि, “चीनी आक्रामकता के विरुद्ध कार्य करने वाले प्रमुख व्यक्ति की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु का होना, दो दुर्घटनाओं के बीच समानता का दिखता है । जिसका अर्थ है, कि उनके बीच कुछ संबंध है या दुर्घटना में बाहरी शक्तियों का हाथ है ।”
(कहते हैं) ‘जनरल रावत की दुर्घटना के पीछे अमेरिका हो सकता है !’ – ग्लोबल टाइम्स के माध्यम से चीनी सरकार के प्रवक्ता का आह्वान
बीजिंग (चीन) – ब्रह्मा चेलानी द्वारा यह दावा किए जाने के उपरांत, कि जनरल बिपिन रावत और ताइवान के सेना प्रमुख शेन यी मिंग के हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं में समानताएं थीं और दोनों चीन विरोधी थे । चीन के सरकारी दैनिक ग्लोबल टाइम्स ने ट्वीट किया कि, “यदि ऐसा है, तो जनरल बिपिन रावत की मृत्यु के पीछे अमेरिका का हाथ हो सकता है, क्योंकि, भारत और रूस S-४०० मिसाइल सिस्टम पर एक समझौता कर रहे थे और संयुक्त राज्य अमेरिका समझौते का विरोध कर रहा था ।”
‘ग्लोबल टाइम्स’ का वक्तव्य, चीनी प्रशासन की भ्रष्ट मानसिकता को दर्शाता है ! – ब्रह्मा चेलानी
ब्रह्मा चेलानी ने ग्लोबल टाइम्स के ट्वीट का तुरंत उत्तर देते हुए कहा, “देखिए कैसे चीनी सरकार के प्रवक्ता मेरे ट्वीट पर भ्रम फैलाने का प्रयत्न कर रहे हैं और कह रहे हैं, कि रावत की दुर्घटना के पीछे अमेरिका का हाथ है ! यह ट्वीट चीनी प्रशासन की भ्रष्ट मानसिकता को दर्शाता है ।”
Here's the CCP mouthpiece misusing my tweet from a thread to accuse U.S. of being behind the helicopter crash that killed the top Indian general because India is buying Russian S-400 system! Its tweet sadly points to the depraved mindset of the CCP folks. https://t.co/4NUrlZ4Lj6
— Brahma Chellaney (@Chellaney) December 8, 2021
चेलानी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि, “स्पष्ट रूप से सोचने में सक्षम जनरल रावत, चीन की आक्रामकता के विरोध में, भारत का चेहरा बन गए थे । जहां राजनीतिक नेतृत्व चीन का नाम लेने से कतरा रहा था, वहीं रावत खुले आम लोगों को चीन का चेहरा दिखा रहे थे । इसलिए, जनरल रावत को खोने की भरपाई करना सहज नहीं है ।”
Clearheaded and plainspoken, Gen. Rawat became India's public face on China's aggression. While the political leadership has been reticent to even utter the word "China," one could always count on Gen. Rawat to name names and call a spade a spade. Filling the void won't be easy.
— Brahma Chellaney (@Chellaney) December 9, 2021