मेघालय के मुख्यमंत्री के कार्यालय पर भीड का आक्रमण : ५ सुरक्षा कर्मचारी घायल
जहां मुख्यमंत्री का कार्यालय सुरक्षित नहीं है, वहां जनता कैसे सुरक्षित होगी ?
जहां मुख्यमंत्री का कार्यालय सुरक्षित नहीं है, वहां जनता कैसे सुरक्षित होगी ?
उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार है, इसलिए हिन्दुओं कीअपेक्षा है कि हिन्दू तीर्थयात्रियों के साथ ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए ! इसके पीछे जो लोग हैं, उनकी पहचान कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए !
देशभर में अनाधिकृत मजार और मस्जिदों का निर्माण करने वाले; वक्फ बोर्ड के माध्यम से *सहस्रों एकड भूमि पर अनाधिकृत रूप से कब्जा करने वाले और रास्तों पर नमाज पढने वाले धर्मांध हिन्दुओं के मंदिरों का विरोध करते हैं, यह ध्यान में लें !
उत्तराखंड में भाजपा की सरकार होते हुए ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए, ऐसा हिन्दुओं को लगता है !
‘चोरी और सीना जोरी !’ इससे ध्यान में आता है कि इन उद्दंड धर्मांधों को अनधिकृत निर्माणकार्य करने पर भी कानून का कोई भय नहीं ! अनधिकृत निर्माणकार्य करते समय ही कार्यवाही क्यों नहीं की गई, इसकी भी छानबीन करने की आवश्यकता है !
इसप्रकार मिथ्या आरोप कर हिन्दुओं को लक्ष्य करनेवाले धर्मांधों पर बांगलादेश सरकार कठोर कार्रवाई करे, इसलिए भारत सरकार को बांगलादेश पर दबाव डालना चाहिए !
उद्दाम धर्माध ! क्या पुलिस पर सीधा आक्रमण करने वाले धर्माध हिन्दुओं पर आक्रमण करने में कभी संकोच करेंगे (हिचकिचाएंगे) ? सरकार को ऐसे लोगों को आजीवन कारावास का दंड देना चाहिए, तभी ऐसी प्रवृत्तियां ठिकाने पर आएंगी !
यह बारात सैलानीनगर क्षेत्र से जा रही थी, तब धर्मांधों ने गाने बंद करने के लिए कहा तथा बारात पर भारी पथराव किया ।
छत्रपति संभाजी महाराज की जयंती के अवसर पर शेगाव शहर में निकाले गए जुलूस के समय जुलूस और प्रार्थना स्थल पर पत्थर फेंकने की घटना १४ मई के दिन हुई ।