जलगांव में दंगाइयों का प्रबोधन करने वाले पुलिसकर्मियों पर कट्टरपंथियों ने पथराव किया !

  • २ पुलिसकर्मी घायल !

  • १८ आरोपी बनाए गए बंदी !

(प्रतिकात्मक छायाचित्र)

जलगांव –  कट्टरपंथियों द्वारा अंडे फेंकने के हंसी-विनोद से आरंभ हुआ विवाद दंगे में परिवर्तित हो गया । उस समय जब पुलिस धर्मांधों का प्रबोधन करने पहुंची तो धर्मांधों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें २ पुलिसकर्मी घायल हो गए । दंगाइयों ने ४ वाहनों में भी तोडफोड की । पुलिस ने इस प्रकरण में १८ लोगों पर अभियोग लगाकर बंदी बनाया है । पुलिस ने अतिरिक्त सुरक्षा मंगवाई तथा भीड को तितर-बितर किया ।

पुलिस ने स्वयं २५ लोगों के विरुद्ध दंगा करने तथा सरकारी कार्यपालन में अवरोध डालने का आरोप प्रविष्ट किया है । इस प्रकरण में पुलिस ने जिशांत, शाकिब फारूक पटेल, उमर उर्फ गोलू जावेद शेख, परवेज उर्फ तिरंग खान यूनुस खान, रफीक मूसा पटेल, सैयद आकिब सैयद वहीद, अफसर जाकिर शेख, नईम बंडू शिकलीकर के साथ १० से १२ आरोपियों को बंदी बनाया है ।

संपादकीय भूमिका 

  • हिन्दुओं को अपना पौरुष दिखाने वाले पुलिसकर्मी कट्टरपंथियों से पिटे जा रहे हैं !
  • उद्दाम धर्माध ! क्या पुलिस पर सीधा आक्रमण करने वाले धर्माध हिन्दुओं पर आक्रमण करने में कभी संकोच करेंगे (हिचकिचाएंगे) ? सरकार को ऐसे लोगों को आजीवन कारावास का दंड देना चाहिए, तभी ऐसी प्रवृत्तियां ठिकाने पर आएंगी !