शोपिया (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंककर २ हिन्दू मजदूरों की हत्या कर दी

कश्मीर में जिहादी आतंकवाद चालू होने के ३३ वर्षों उपरांत भी वहां हिन्दू अभी भी असुरक्षित हैं, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकारों के लिए लज्जास्पद ! यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र को अपरिहार्य करती है !

‘जब तक जम्मू-कश्मीर को न्याय नहीं मिलता, तब तक कश्मीरी हिन्दुओं की हत्या होती ही रहेगी !’ – फारुख अब्दुल्ला

कश्मीर से हिन्दुओं का वंशसंहार करना, यही जिहादी आतंकवादी और कश्मीर के जिहादियों का लक्ष्य है । इसी से वे पिछले ३० वर्षों से हिन्दुओं को लक्ष्य बना रहे हैं । तो भी उस पर से ध्यान हटाकर अलग ही सूत्र रखने का प्रयास अब्दुल्ला जैसे कश्मीरी मुसलमान नेता कर रहे हैं, यह इससे ध्यान में आता है !

आतंकवादियों से लडते समय २ गोलियां लगने पर भी पीछे न हटने वाला भारतीय सेना का ‘झूम’ नामक श्वान !

जिहादी आतंकवादियों के साथ हुई मुटभेड में भारतीय सेना का ‘झूम’ नामक एक श्वान घायल हो गया । २ गोलियां लगने के उपरांत भी वह आतंकवादियों से लडता रहा ।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा जम्मू-कश्मीर में छापे

आतंकवादियों को सहायता करने वालों को देशद्रोही बताकर उन पर कठोर कार्यवाही न होने के कारण ही कश्मीर जैसे स्थान पर धर्मांध खुले तौर पर आतंकवादियों को सहायता करते हैं ! ऐसे कृत्य करने का कोई साहस नहीं करेगा, ऐसा दंड सरकार इन राष्ट्र विरोधी लोगों को कब देगी ?

अनंतनाग (जम्मू-कश्मीर) में २ आतंकवादी मारे गए

आतंकवादियों को बनाने वाले पाक को जब तक नष्ट नहीं किया जाता, तब तक देश आतंकवाद की समस्या से पीडित रहेगा ! इसके लिए पाक को ही नष्ट करना आवश्यक है, यह ध्यान में लें !

जम्मू-कश्मीर में पुलिस महासंचालक (कारागृह) के मुसलमान नौकर द्वारा गला काट कर हत्या

पुलिस महासंचालक की इस प्रकार हत्या होना, पुलिस के लिए लज्जाजनक !

गुलाम नबी आजाद द्वारा ‘डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी’ नामक नए पार्टी की घोषणा

जम्मू-कश्मीर के भूतपूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के भूतपूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने नवरात्रि के प्रथम दिन अपने नए पार्टी की घोषणा की । उन्होंने इस पार्टी का नाम ‘डेमाक्रेटिक आजाद पार्टी’ रखा है ।

कश्मीर के विद्यालय में विद्यार्थियों से ‘रघुपति राघव राजाराम’ भजन कहलवाने पर आपत्ति !

एक ओर ‘गांधी को मानते हैं’ ऐसा कहना और दूसरी ओर उनके द्वारा गाए जाने वाले भजन को ‘यह हिन्दू का है’, ऐसा कहकर विरोध करना, यह महबूबा मुफ्ती की दोहरी नीति है !

कश्मीरी हिन्दुओं की हत्याओं की जांच की मांग करनेवाली याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार !

ध्यान दें कि गत 3 दशकों में एक भी शासनकर्ता ने कश्मीरी हिन्दुओं के पलायन और हत्याओं की जांच के बारे में एक भी शब्द नहीं कहा है !

श्रीनगर में २ आतंकवादी मारे गए

केवल आतंकवादियों को मारने से कश्मीर में चल रहा जिहादी आतंकवाद नष्ट नहीं होगा, इसके लिए कश्मीर की जिहादी मानसिकता और आतंकवाद के निर्माता पाक को नष्ट करना आवश्यक है !